बालोद। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण ने ऐसे परिवारों के जीवन में आशा की एक नई किरण जगाई है, जिनके स्वयं का सपना महज एक सपना ही रह गया था। शासन की इस महत्वाकांक्षी योजना ने बालोद जिले के हजारों जरूरतमंद परिवारों के सपनांे को पंख देकर सुरक्षित एवं सम्मानजनक जीवन उपलब्ध कराया है।
यह कहानी बालोद जिले के डौण्डी विकासखण्ड के ग्राम कुसुमकसा निवासी दिव्यांग फल सिंह का है। जिन्हे अपनी बीमारी के चलते अपने दोनों पैर गवाने पड़े। जीर्ण-शीर्ण कच्चा मकान, 03 छोटे बच्चों के साथ परिवार का गुजर बसर बमुश्किल से हो पाता था। जिसमें पक्का सपना महज एक सपना था। ऐसे समय में शासन की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उनका आवास स्वीकृत हुआ। जहाँ शासन-प्रशासन के सहयोग से उनके सपनों का आशियाना, पक्के मकान का सपना संभव हो पाया।
दिव्यांग फल सिंह बताते हैं कि इस योजना के अतिरिक्त उन्हें राशन कार्ड, गैस कनेक्शन, शौचालय, आयुष्मान कार्ड, महतारी वंदना आदि सुविधाओं का भी लाभ मिल रहा है। उन्होंने बताया कि वे दिव्यांग होने के कारण उन्हें रोजगार मिलना बहुत मुश्किल था किन्तु पक्का मकान बनने के बाद ग्राम पंचायत एवं सीएलएफ समूह के लोन के माध्यम से परिवार की आजीविका के लिए स्वयं का राशन दुकान चला रहे है। प्रधानमंत्री आवास योजना से वे ’आवास से आजीविका’ की ओर अग्रसर हुए हैं। इस महत्वपूर्ण योजना के फलस्वरूप दिव्यांग फल सिंह का अपने एवं अपने परिवार के लिए पक्के आवास निर्माण का सपना साकार होने पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को हृदय से धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उनके प्रति विनम्र आभार व्यक्त किया है।



