31 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मप्र दौरे से पहले उज्जैन एयरपोर्ट को लेकर अहम कदम उठने जा रहा है। शुक्रवार को मप्र सरकार के विमानन विभाग और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) के बीच उज्जैन एयरपोर्ट के विकास के लिए अनुबंध होगा। इस मौके पर एएआई के चेयरमैन विपिन कुमार और विमानन विभाग के आयुक्त चंद्रमौलि शुक्ला मौजूद रहेंगे। उज्जैन एयरपोर्ट के लिए एएआई ने 241 एकड़ जमीन की मांग की है। वर्तमान में 95 एकड़ जमीन उपलब्ध है।
बाकी जमीन के लिए विमानन विभाग ने उज्जैन जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं। उज्जैन में धार्मिक गतिविधियों में बढ़ोतरी और 2028 के महाकुंभ को देखते हुए एयरपोर्ट की तैयारी तेज हो गई है। यहां एटीआर-72 जैसे विमानों के संचालन की सुविधा होगी। उज्जैन के सदावल क्षेत्र में 4 हेलिपैड बन रहे हैं। इनका निर्माण लगभग पूरा हो चुका है।
शिवपुरी के बाद उज्जैन दूसरा शहर होगा, जहां हाल ही में एएआई से अनुबंध हुआ है। शिवपुरी में अक्टूबर 2024 में अनुबंध हुआ था। वहां 59.3052 एकड़ जमीन उपलब्ध है। एएआई ने 45.89 एकड़ अतिरिक्त जमीन की मांग की है।
ये तीन अनुबंध होंगे पहला- एयरपोर्ट निर्माण को लेकर। दूसरा- ऑपरेशन, मेंटेनेंस को लेकर। तीसरा- वैधानिक अनुमतियों के लिए एएआई को अधिकृत करने को लेकर।
दतिया को दो उड़ानें पीएम मोदी 31 मई को दतिया एयरपोर्ट का लोकार्पण भी करेंगे। यहां से रोज खजुराहो व भोपाल के लिए 72 सीटर विमानों की दो उड़ानें मिलेंगी। दतिया मप्र का आठवां एयरपोर्ट होगा। यह रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत बना है।