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धनबाद के वासेपुर से गिरफ्तार 4 संदिग्ध आतंकवादी संगठन के सदस्य निकले हैं। झारखंड ATS ने चारों संदिग्धों को शनिवार को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार संदिग्धों में गुलफाम हसन, आयान जावेद, शहजाद और शबनम परवीन थे।

ATS की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि ये सभी आतंकी संगठन हिज्ब-उत-ताहिर (एचयूटी), अलकायदा इंडियन सब कॉन्टिनेंट (एक्यूआईएस), ISI और अन्य प्रतिबंधित संगठनों के लिए स्लीपर सेल तैयार कर रहे थे। पुलिस ने बताया कि ये सभी सोशल मीडिया की मदद से युवाओं को गुमराह कर रहे थे। पूछताछ के बाद चारों को जेल भेज दिया गया है।

NIA की हो सकती है एंट्री

NIA की जांच में यह खुलासा हो चुका है कि हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी) मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना, और आंध्र प्रदेश में तेजी से स्लीपर सेल तैयार कर रहा है। अब झारखंड के धनबाद में भी इस संगठन से जुड़े संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है।

संभावना है कि इस मामले में NIA की एंट्री हो सकती है। धनबाद से गिरफ्तार चारो संदिग्ध युवा हैं। सभी की उम्र 30 साल से कम है।

आयान और शबनम कंप्यूटर के एक्सपर्ट

पुलिस सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार आयान और शबनम कंप्यूटर के एक्सपर्ट हैं। ये दोनों स्लीपर सेल को हैंडल करने की जिम्मेदारी थी। ATS ने उनसे पेन ड्राइव, कंप्यूटर का हार्ड डिस्क, मोबाइल समेत कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त किया है।

रांची, लोहरदगा के बाद अब धनबाद नया ठिकाना बना

धनबाद में भी स्लीपर सेल बनाने की तैयारी कर रहे थे। उनकी योजना थी कि स्लीपर सेल के माध्यम से विभिन्न इलाकों में हमलों को अंजाम दिया जाए और अशांति फैलाई जाए। माना जा रहा है कि रांची, लोहरदगा के बाद धनबाद के युवाओं को जोड़ने की तैयारी थी। जांच एजेंसियां रांची के चान्हो और लोहरदगा से आतंकी संगठनों से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी कर चुकी है। लोहरदगा के मिल्लत कॉलोनी से फैजान अंसारी नाम के युवक को एनआईए ने गिरफ्तार किया था।

फैजान ISIS के संपर्क में आकर प्रभावित हो गया था। इसके बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अलकायदा इंडियन सब कॉन्टिनेंट (एक्यूआईएस) से जुड़े डॉ. इश्तियाक को बरियातू और चान्हो से मदरसा संचालक को गिरफ्तार किया था। ये भी युवाओं को संगठन से जोड़ कर उन्हें राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के लिए हथियार प्रशिक्षण देने की योजना बना रहे थे।