वॉशिंगटन  । अमेरिकी सर्जनों ने एक ब्रेन डेड मरीज में सफलतापूर्वक सुअर की किडनी को ट्रांसप्लांट  किया। यह एक्सपेरिमेंट 61 दिनों के बाद खत्म हुआ है। अमेरिकी सर्जनों ने गुरुवार को घोषणा की कि उन्होंने अबतक का सबसे लंबा किडनी ट्रांसप्लांट किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक वैज्ञानिकों का मानना है कि ऐसे एक्सपेरिमेंट्स से जानवरों का इंसानों में अंग ट्रांसप्लांट को बढ़ावा मिलेगा। इस सर्जरी को न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी लैंगोन ट्रांसप्लांट इंस्टीट्यूट में किया गया है। यूनिवर्सिटी के निदेशक रॉबर्ट मोंटगोमरी ने कहा “पिछले 2 महीने से यानी जब सर्जरी चली है तब से हमने बहुत स्टडी की और हर एक चीज का विश्लेषण किया। इस दौरान हमने बहुत कुछ सीखा। यह हमारे भविष्य के लिए आशा है।” बता दें कि संयुक्त राज्य अमेरिका में 103,000 से अधिक लोग ऑर्गन ट्रांसप्लांट करवाना चाहते हैं, इनमें से 88,000 को किडनी की आवश्यकता है।यह मोंटगोमरी द्वारा किया गया पांचवां ज़ेनोट्रांसप्लांट था, दुनिया का पहला सुअर किडनी, इंसान में सितंबर 2021 में ट्रांसप्लांट किया गया था। 
डोनर सुअर वर्जीनिया स्थित बायोटेक कंपनी रेविविकोर द्वारा पाले गए झुंड से आया था। इन सूअरों का प्रजनन किया जाता है, क्लोन नहीं किया जाता, जिसका अर्थ है कि इस प्रक्रिया को अधिक आसानी से बढ़ाया जा सकता है। जनवरी 2022 में, यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड मेडिकल स्कूल के सर्जनों ने एक जीवित मरीज पर दुनिया का पहला पिग किडनी-टू-ह्यूमन ट्रांसप्लांट किया। हालांकि उस शख्स की दो महीने बाद मृत्यु हो गई। बता दें कि दुनिया में साइंस फील्ड इतनी तेजी से तरक्की कर रहा है कि जो चीजें असंभव लगती थीं, वो अब मुमकिन हो गई हैं।