कार्तिक आर्यन को हुए इंडस्ट्री में 12 साल पूरे....
कार्तिक आर्यन इंडस्ट्री के शीर्ष अभिनेताओं में शुमार हैं। फिल्म 'भूल भुलैया 2' की अपार सफलता के बाद तो उनकी किस्मत पूरी तरह बदल चुकी है। बता दें कि कार्तिक की इंडस्ट्री में बोहनी आज ही के दिन हुई थी। वर्ष 2011 में फिल्म 'प्यार का पंचनामा' के जरिए एक्टर ने अपनी अभिनय पारी शुरू की, जिसे आज 12 साल पूरे हो गए हैं। इस खास मौके पर फिल्म 'प्यार का पंचनामा' के निर्देशक लव रंजन ने कार्तिक की खूब तारीफ की है।
बता दें कि 20 मई 2011 को रिलीज हुई लव रंजन की फिल्म 'प्यार का पंचनामा' की सफलता की उम्मीद किसी ने नहीं की थी। दरअसल, इस फिल्म में कोई चर्चित चेहरा नहीं था। फिल्म में नामी सितारे तो छोड़िए कोई जबर्दस्त गाना तक नहीं था। सिर्फ छह नए सितारे थे, उन्हीं में एक थे कार्तिक आर्यन। वही कार्तिक अब सुपरस्टार बन चुके हैं।
कार्तिक आर्यन का बॉलीवुड से कोई कनेक्शन नहीं था। मुंबई में जब वह स्टार बनने का सपना लेकर आए तो न तो यहां उनकी कोई पहचान थी और न ही कोई गॉडफादर। शुरुआत में कार्तिक आर्यन मायानगरी में 12 लोगों के साथ एक ही फ्लैट शेयर करते थे। लेकिन, अपनी मेहनत और लगन के बूते उन्होंने खुद को साबित कर दिखाया। जिस इंडस्ट्री में नेपोटिज्म हावी है, वहां कार्तिक ने यह साबित किया कि यहां आउटसाइडर्स के लिए भी मौके हैं। कार्तिक के करियर को 12 साल पूरे होने के मौके पर निर्देशक लव रंजन ने भी उनकी खूब तारीफ की है।
कार्तिक को लेकर लव रंजन का कहना है कि उन्हें अंदाजा नहीं था कि कार्तिक का करियर इतनी ऊंचाई तक पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा, 'मैंने कार्तिक को फेसबुक पर देखा। वह उत्साहित और होशियार लगे। वह कड़ी मेहनत करने के लिए तैयार थाे। फिल्म में बाकी पांच अन्य भी न्यूकमर्स थे। अब अगर आप मुझसे पूछेंगे कि कार्तिक 'प्यार का पंचनामा' में दूसरों से आगे क्यों निकल गए? तो मेरे पास इसके लिए कोई जवाब नहीं है। यह सब किस्मत है।' यह दर्शकों से जुड़ाव का भी मामला है। महिलाएं क्या चाहती हैं, इस पर कार्तिक का मोनोलॉग खूब कारगर हुआ।'
वहीं, खुद कार्तिक आर्यन का मानना है कि उन्हें ऐसा लगता है जैसे कोई सपना जी रहे हैं। एक्टर ने कहा, 'मैंने जो कुछ भी चाहा था वह सब सच हो गया है। लेकिन, अब मैं खुद को मिल रही इसी तारीफ पर नहीं ठहर जाना चाहता। अभी करने के लिए काफी कुछ है। हर दिन मैं यह महसूस करता हूं कि मेरे लिए एक नया जीवन, नए अवसर हैं।'