इस मंदिर में पुत्र शुभ और लाभ के साथ विराजमान हैं विध्नहर्ता
मध्यप्रदेश के कई मंदिरों में भगवान अपनी दोनों पत्नियों रिद्धि-सिद्धि के साथ विराजमान हैं लेकिन खरगोन जिले के महेश्वर में स्थित यह प्रदेश का इकलौता मंदिर है जहां विध्नहर्ता अपने पुत्रों के साथ विराजमान हैं।मध्यप्रदेश में भगवान गणेश के कई एतिहासिक मंदिर हैं जहां वे अपने दिव्य स्वरूपों में भक्तों के संकटों का हरण करने विराजमान हैं। लेकिन मध्यप्रदेश के खरगोन जिले में बप्पा का एक ऐसा मंदिर है जहां वे अकेले नहीं बल्कि अपने दोनों बेटों शुभ और लाभ के साथ विराजमान हैं और दर्शनार्थियों को रिद्धि-सिद्धि का आशीष दे रहे हैं।प्रदेश के कई मंदिरों में भगवान अपनी दोनों पत्नियों रिद्धि-सिद्धि के साथ विराजमान हैं लेकिन खरगोन जिले के महेश्वर में स्थित यह प्रदेश का इकलौता मंदिर है जहां विध्नहर्ता अपने पुत्रों के साथ विराजमान हैं। महेश्वर में नर्मदा नदी के उत्तर तट पर स्थित इस गणेश मंदिर की ख्याति धीरे-धीरे प्रदेश के साथ ही देश के अन्य हिस्सों में भी फैल रही है। गणेशोत्सव के मौके पर यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान के दर्शन और पूजन अर्चन के लिए आते हैं।