बीजिंग। यूएई और ओमान सहित कुछ खाड़ी देशों ने बीते हफ्ते भारी बारिश और बाढ़ का सामना किया है। दुनिया के प्रमुख शहरों में शुमार दुबई में एक दिन में ही एक साल के बराबर बारिश हुई, जिससे जीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया। यूएई के बाद चीन भी भारी बारिश और बाढ़ का सामना कर रहा है। दक्षिणी चीन में भूस्खलन के बाद और ज्यादा भीषण बाढ़ का अंदेशा है। चीन की ये बाढ़ कितनी भयावह है, कि करीब 12 करोड़ लोग इससे प्रभावित हो रहे हैं। इस बारिश के बाद इलाके की प्रमुख नदियों का जलस्तर बढ़ गया है और इसके 19 फीट तक बढ़ने की संभावना है।
रिपोर्ट के मुताबिक, चीन से सामने आई तस्वीरों में सड़कों और शहरों में पानी भरा हुआ दिख दे रहा है। हजारों लोगों को अपने घर छोड़ने को मजबूर होना पड़ा है। हांगकांग के पास 127 मिलियन लोगों की आबादी वाले गुआंगडोंग क्षेत्र में भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ है। मौसम में तजी से आए बदलाव के बाद चीन के राष्ट्रीय मौसम कार्यालय ने निवासियों को सोमवार और मंगलवार को बड़े तूफान की चेतावनी जारी की है, जिससे बाढ़ भयावह रूप ले सकती है।
चीन के मौसम विभाग केंद्र ने कहा है कि कि बेई नदी बेसिन में ग्वांगडोंग से होकर गुजरने वाले तीन स्थान भारी बारिश के प्रभाव के चलते सदी में एक बार देखी जाने वाली बाढ़ का सामना करने वाले है। बारिश के बाद नदी का पानी खतरे के निशान से 19 फीट ऊपर तक बढ़ने की संभावना है। जल बेसिन के अन्य हिस्सों में ऐसी बाढ़ आने की आशंका है जो हर 50 साल में केवल एक बार देखी जाती है। बेई नदी पर लगे चेतावनी गेजों ने शनिवार को बीस अलग-अलग निगरानी बिंदुओं पर अलार्म बजाया।
बारिश में फंसे नागरिकों की मदद के लिए बचावकर्मी उतरे हुए हैं। राहतकर्मियों ने देश के दक्षिण पूर्व प्रांत से 80,000 से अधिक लोगों को रेस्कयू किया है। बारिश के चलते इलाके के सभी सैकड़ों स्कूलों को बंद कर दिया गया है और दस लाख से अधिक घरों में बिजली नहीं है। बारिश और बाढ़ से गुआंगजो, गुआंग्डोंग, शोगुआ सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। रविवार तक शाओगुआ में अप्रैल में लगभग 600 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी, जबकि पिछले साल 400 मिमी से कुछ अधिक बारिश हुई थी।