अंकारा: अमेरिका को डर है कि उसके एडवांस एफ-35 स्टील्थ फाइटर जेट की टेक्नोलॉजी रूसी एस-400 डिफेंस सिस्टम चुरा सकता है। अमेरिका की चिंता उस वक्त सामने आई है जब तुर्की ने एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम को सीरिया में तैनात करने का फैसला किया है। दरअसल, तुर्की ने मध्य सीरिया में T-4 एयरबेस पर नियंत्रण स्थापित करने के लिए सबसे एडवांस एयर डिफेंस सिस्टम और ड्रोनों की तैनाती की योजना बनाई है। इस हफ्ते रिपोर्ट आई थी कि तुर्की,सीरिया में अपनी सैन्य मजबूती और बढ़ाने के लिए अपने हिसार एयर डिफेंस सिस्टम के साथ साथ रूसी S-400 एयर डिफेंस सिस्टम को तैनात करने की योजना बना रहा है। तुर्की की कोशिश सीरिया की नई सरकार की रक्षा करने के साथ साथ इस्लामिक स्टेट के आतंकियों को रोकना है। लेकिन अगर तुर्की ऐसा करता है तो इससे मिडिल ईस्ट में अमेरिका के हितों को नुकसान पहुंचने की संभावना है।
S-400 डिफेंस सिस्टम को असली गेम-चेंजर माना जाता है। 2019 में तुर्की ने रूस से 2.5 बिलियन डॉलर के सौदे में इसे खरीदा था। यह प्रणाली 98,000 फीट की ऊंचाई पर स्टील्थ एयरक्राफ्ट से लेकर बैलिस्टिक मिसाइलों तक के लक्ष्यों का पता लगा सकती है और उन्हें नष्ट कर सकती है। इसका रडार 370 मील दूर मौजूद किसी हथियार को ट्रैक सकता है। इसके अलावा इसकी मिसाइलें 250 मील की दूरी पर हमला कर सकती हैं। माना जाता है कि T-4 एयरबेस में अगर एस-400 मिसाइल सिस्टम की तैनाती होती है तो इसकी जद में करीब करीब पूरा सीरिया आ जाएगा। इसके अलावा ये डिफेंस सिस्टम इजराइल, पूर्वी तुर्की और भूमध्य सागर के कुछ हिस्सों को भी कवर कर सकता है