नई दिल्ली: मेंस एशिया कप राइजिंग स्टार 2025 में इंडिया ए और पाकिस्तान ए एक दूसरे से बीते 15 नवंबर को दोहा में भिड़े। पाकिस्तान ए ने 8 विकेट से मुकाबला अपने नाम कर लिया। हालांकि, इस मैच में नेहाल वढेरा और नमन धीर के कैच को लेकर काफी विवाद चल रहा है। क्लीन कैच होने के बावजूद अंपायर ने पाकिस्तानी बैटर माज सदाकत को आउट नहीं दिया। यहां तक कि बल्लेबाज खुद पविलियन की ओर लौट गया था। उसके बाद बड़ी स्क्रीन पर नॉट आउट देख वो वापसी मैदान में लौटा।
दरअसल, पाकिस्तान ए की पारी का 10वां ओवर इंडिया ए की तरफ से सुयष शर्मा डाल रहे थे। उनके ओवर की पहली गेंद पर माज सदाकत ने मिड विकेट और लॉन्ग ऑन के बीच बड़ा शॉट खेला। बाउंड्री पर नेहाल वढेरा ने पहले भागते-भागते कैच लपका। जब उनको लगा कि वह बाउंड्री पर टच हो जाएंगे तो उन्होंने पास में खड़े नमन धीर की ओर गेंद को फेंका और नमन धीर ने कैच पूरा करने में कोई गलती नहीं की। आखिर, इसके बावजूद भी अंपायर ने आउट क्यों नहीं दिया? आइये आईसीसी के नियम जानते हैं।
क्या कहते हैं आईसीसी के नियम?
कैच को ‘आउट’ न देने का फैसला मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब (MCC) द्वारा लागू किए गए नए नियम बदलाव का शुरुआती प्रयोग हो सकता है। नियम 19.5.2 के अनुसार, अगर कोई फील्डर बाउंड्री के बाहर से हवा में कूदने के बाद गेंद को दूसरी बार छूता है तो उसे मैदान के अंदर ही उतरना (land inside the field of play) होगा। यह नियम रिले कैच एक फील्डर से दूसरे फील्डर को कैच पास करना) पर भी लागू होगा।अगर कोई फील्डर बाहर से खेल के मैदान के अंदर वापस नहीं आता और कैच पूरा हो जाता है (भले ही दूसरे खिलाड़ी ने पूरा किया हो), तो इसे चौका या छक्का माना जाएगा। इंडिया ए और पाकिस्तान ए के मैच में जब धीर ने कैच पूरा किया तो वढेरा मैदान के अंदर वापस नहीं आ पाए थे। इसलिए, थर्ड अंपायर ने बल्लेबाज के पक्ष में फैसला सुनाया।



