नई दिल्ली: टैरिफ को लेकर चीन और अमेरिका फिर से आमने-सामने आ सकते हैं। अब चीन ने अमेरिका को टैरिफ पर चेतावनी दी है। चीन ने कहा है कि अगर अमेरिका टैरिफ फिर से लगाता है, तो वह जवाबी कार्रवाई करेगा। चीन उन देशों के खिलाफ भी कार्रवाई करेगा जो अमेरिका के साथ सप्लाई चेन डील करते हैं और चीन को बाहर रखते हैं। जून में अमेरिका और चीन के बीच एक समझौता हुआ था। यह समझौता व्यापार को लेकर था, लेकिन यह समझौता अभी भी नाजुक है। अमेरिका 1 अगस्त से टैरिफ बढ़ाने की तैयारी कर रहा है।
चीन ने ट्रंप प्रशासन को चेतावनी दी है। चीन ने कहा है कि अगर अमेरिका अगले महीने उसके सामान पर टैरिफ लगाता है, तो वह चुप नहीं बैठेगा। चीन उन देशों के खिलाफ भी कार्रवाई करेगा जो अमेरिका के साथ मिलकर चीन को सप्लाई चेन से बाहर करने की कोशिश करेंगे। अमेरिका और चीन ने जून में एक व्यापार समझौता किया था। इस समझौते से थोड़ी शांति लौटी थी। लेकिन अभी भी कई बातें साफ नहीं हैं। इसलिए, व्यापारी और निवेशक यह देखने के लिए इंतजार कर रहे हैं कि क्या यह समझौता टिक पाएगा या नहीं।
1 अगस्त में बढ़ेगा टैरिफ
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को अपने व्यापार भागीदारों को बताया कि 1 अगस्त से अमेरिका टैरिफ बढ़ाएगा। उन्होंने अप्रैल में लगाए गए टैरिफ को कुछ समय के लिए रोक दिया था। ऐसा इसलिए किया गया था ताकि दूसरे देशों को अमेरिका के साथ डील करने का मौका मिल सके।
बातचीत ही सही रास्ता
चीन की सरकार के अखबार ‘पीपुल्स डेली’ ने कहा कि बातचीत और सहयोग ही सही रास्ता है। अखबार ने यह भी कहा कि ट्रंप का टैरिफ ‘बुलिंग’ यानी दादागिरी है। अखबार ने कहा कि अगर आप अपने सिद्धांतों पर टिके रहते हैं, तभी आप अपने अधिकारों की रक्षा कर सकते हैं।इन बातों से पता चलता है कि अगर ट्रंप अपनी बात पर अड़े रहते हैं, तो दोनों देशों के बीच फिर से टैरिफ युद्ध हो सकता है। कम्युनिस्ट पार्टी के अखबार ने कहा कि ट्रंप ने एक अंतिम समय सीमा तय की है।
अभी कितना है टैरिफ?
पीटरसन इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स के अनुसार, अमेरिका का चीन से आने वाले सामान पर औसत टैरिफ 51.1% है। वहीं, चीन का अमेरिका से आने वाले सामान पर औसत टैरिफ 32.6% है। दोनों देशों ने एक दूसरे के सभी सामान पर टैरिफ लगा रखा है।