UAE में भारत की एक महिला शहजादी खान को 15 फरवरी को फांसी दी गई। विदेश मंत्रालय ने आज इस बारे में दिल्ली हाईकोर्ट को जानकारी दी। जिसके बाद यह मामला पब्लिक में आया। उत्तर प्रदेश के बांदा जिले की रहने वाली शहजादी 2 साल से दुबई की जेल में बंद थी।
शहजादी पर 4 महीने के बच्चे की हत्या का आरोप था। कोर्ट ने 4 महीने पहले शहजादी को फांसी की सजा सुनाई थी। शहजादी के पिता ने दो दिन पहले इस मामले में विदेश मंत्रालय (MEA) से हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।
शहजादी बांदा के मटौंध थाना क्षेत्र के गांव गोयरा मुगली की रहने वाली है। दुबई जाने से पहले शहजादी सामाजिक संस्था ‘रोटी बैंक’ में काम करती थी। साल 2021 में उसका फेसबुक के जरिए आगरा में रहने वाले उजैर से संपर्क हुआ। उजैर ने झूठ बोल कर शहजादी को अपने प्रेम जाल में फंसा लिया। शहजादी का चेहरा एक साइड से बचपन में झुलस गया था।
शहजादी को दुबई में एक दंपती को बेच दिया
उजैर ने चेहरा सही करवाने के लिए शहजादी को आगरा बुला लिया। इसके बाद उसे इलाज करवाने के नाम पर नवंबर, 2021 में दुबई में रहने वाले दंपती फैज और नादिया के हाथों बेच दिया। शहजादी तब झूठ बोलकर दुबई गई थी। दुबई में शहजादी को फैज और नादिया बहुत परेशान करते। उसने कई बार भारत आने का सोचा लेकिन वो लोग वापस नहीं आने दे रहे थे।
दुबई में शहजादी के साथ मारपीट होती थी
शहजादी ने पहले बताया था, वो दोनों उसको घर में बंद करके रखते थे। कभी बाहर नहीं निकलने देते, मारपीट करते। फैज और नादिया का एक 4 महीने का बेटा था। जो काफी बीमार रहता था। इसी बीच उसकी मौत हो गई। जिसका इल्जाम फैज और नादिया ने शहजादी पर लगा दिया। पुलिस केस हुआ और शहजादी को जेल भेज दिया गया।