मुंबई: अडानी ग्रुप , जयप्रकाश एसोसिएट्स को खरीदने की रेस में सबसे आगे है। उन्होंने बिना किसी शर्त के 12600 करोड़ रुपये का ऑफर दिया है। इसका मतलब है कि अगर वे कंपनी खरीदते हैं, तो उन्हें कोई खास डील या बदलाव नहीं चाहिए।
दूसरे दावेदारों में डालमिया भारत, वेदांता, जिंदल पावर और पीएनसी इंफ्राटेक शामिल हैं। इन सभी ने कुछ शर्तें रखी हैं। उनकी शर्तें गौतम बुद्ध नगर स्पोर्ट्स सिटी प्रोजेक्ट से जुड़े एक जमीन के विवाद से जुड़ी हैं। यह मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में है।
5 बोलियां मिली
जयप्रकाश एसोसिएट्स को कुल पांच बोलियां मिली हैं। डालमिया भारत 14600 करोड़ रुपये के ऑफर के साथ सबसे आगे है। लेकिन, इसमें विवादित जमीन भी शामिल है। अगर जमीन का मसला नहीं सुलझता है तो डालमिया की बोली घटकर 12600 करोड़ रुपये हो जाएगी। यह अडानी के बिना शर्त वाले ऑफर के बराबर होगी। सूत्रों से यह जानकारी मिली है।
क्या है जेपी ग्रुप का कारोबार?
जयप्रकाश ग्रुप सीमेंट, बिजली, ईपीसी, होटल, रियल एस्टेट और स्पोर्ट्स जैसी कई चीजों का कारोबार करता है। कंपनी की बोली सोमवार को क्रेडिटर्स (CoC) की मीटिंग में खोली गई। विवादित जमीन की वजह से बोलियों के दाम में लगभग 2000 करोड़ रुपये का फर्क आ सकता है।
बाकी कंपनियों का कितना ऑफर?
वेदांता ने 12,500 करोड़ रुपये और जिंदल पावर ने 10,300 करोड़ रुपये का ऑफर दिया है। वहीं, पीएनसी इंफ्राटेक ने 9,500 करोड़ रुपये की बोली लगाई है। पहले दिलचस्पी दिखाने वाले सुरक्षा ग्रुप ने सोमवार को कोई पक्की बोली नहीं लगाई।एक सूत्र ने बताया कि CoC ने सभी बोली लगाने वालों से कहा है कि वे अपने वित्तीय प्रस्तावों को सुधारें और बेहतर करें। सूत्र ने कहा कि कमेटी चाहती है कि सभी कंपनियां अपनी बोली को और बढ़ाएं।
दिवाला प्रक्रिया से गुजर रही कंपनी
जयप्रकाश एसोसिएट्स दिवाला और दिवालियापन संहिता के तहत समाधान प्रक्रिया से गुजर रही है। कंपनी पर कुल 57,185 करोड़ रुपये का कर्ज है। यह मामला थोड़ा पेचीदा है, लेकिन अडानी ग्रुप बिना किसी झंझट के कंपनी को खरीदने के लिए तैयार है। अब देखना यह है कि बाकी कंपनियां अपनी बोलियों में क्या बदलाव करती हैं और यह जमीन का विवाद कैसे सुलझता है।