मैनचेस्टर: इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच में भारत के संघर्षपूर्ण ड्रॉ ने हेड कोच गौतम गंभीर के अंदर के जुझारू व्यक्तित्व को फिर से सामने ला दिया है। उन्होंने कप्तान शुभमन गिल के आलोचकों को निशाने पर लेते हुए कहा कि उन्हें क्रिकेट की समझ नहीं है। गंभीर ने कहा, ‘शुभमन की प्रतिभा पर कभी कोई संदेह नहीं था। अगर किसी को संदेह था तो लगता है कि उन्हें क्रिकेट की समझ नहीं है। कुछ खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पांव जमाने में समय लगता है। इस दौर पर उन्होंने जो किया है, उससे कोई भी हैरान नहीं है।’ उन्होंने कहा, ‘अगर उन्होंने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया होता तब भी हमें उनकी प्रतिभा पर पूरा भरोसा होता।’
आम आदमी के लिए खेलती है टीम: गौतम गंभीर
गंभीर ने कहा कि भारतीय टीम स्वदेश के आम आदमी के लिए खेलती है। गंभीर ने मैनचेस्टर टेस्ट के बाद कहा, ‘वे अपने देश के आम आदमी के लिए जूझना चाहते हैं। कई लोगों ने हमारी हार सुनिश्चित मान ली थी लेकिन हमने शानदार वापसी की। यह इस टीम की नींव है। ये ऐसे लोग हैं जो ड्रेसिंग रूम में बैठे हैं और देश के लिए लड़ना चाहते हैं और वे आगे भी ऐसा करना जारी रखेंगे।’
दूसरी ओर, पूर्व भारतीय बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने कहा- कुछ सवाल गंभीर को परेशान करते हैं। विशेषकर जब लोग गिल पर एक युवा कप्तान और बल्लेबाज के रूप में सवाल उठाते हैं। मुझे लगता है कि उनके (गंभीर) कुछ रणनीतिक फैसलों के बावजूद भारत ने अच्छा प्रदर्शन किया है। बता दें कि संजय मांजरेकर अक्सर गौतम गंभीर के फैसलों पर सवाल उठाते नजर आए हैं। यह संभवत: पहला मौका था जब उन्होंने गंभीर की तारीफ की है।
हेड कोच गौतम गंभीर ने ऋषभ पंत के साहस की तारीफ
कोच गंभीर ने फ्रैक्चर के बावजूद बैटिंग करने वाले ऋषभ पंत की तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘ऋषभ के बारे में पहले ही घोषणा कर दी गई है कि वह सीरीज से बाहर हो गए हैं। लेकिन उन्होंने जो किया उससे टीम के जज्बे का पता चलता है। उनकी जितनी प्रशंसा की जाए वह कम है।’