ट्रम्प प्रशासन यूक्रेन को टॉमहॉक मिसाइलें देने पर विचार कर रहा है। अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने रविवार को यह जानकारी दी है। टॉमहॉक मिसाइलों की रेंज 2,500 किमी है। अगर यूक्रेन को ये मिसाइलें मिलती हैं, तो वो रूस की राजधानी मॉस्को को भी निशाना बना सकता है।
वेंस ने मीडिया से कहा कि इस सौदे पर आखिरी फैसला अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प लेंगे। उन्होंने कहा- हम यूरोपीय देशों की कई मांगों पर विचार कर रहे हैं।
पिछले हफ्ते न्यूयॉर्क में UN महासभा के दौरान यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अमेरिका से टॉमहॉक मिसाइल देने की मांग की थी। जेलेंस्की का कहना था कि ये मिसाइलें रूस को शांति वार्ता के लिए मजबूर कर सकती हैं।
अमेरिका पहले यूरोप को बेचेगा, फिर यूक्रेन को मिलेगी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रम्प पहले यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइल देने के खिलाफ थे, लेकिन रूसी राष्ट्रपति पुतिन के शांति वार्ता से इनकार करने से वह नाराज हैं। अमेरिका सीधे यूक्रेन को टॉमहॉक देने की बजाय नाटो देशों को बेच सकता है, जो फिर इन्हें यूक्रेन को दे सकते हैं।
रूस ने वेंस की बयान पर कड़ा विरोध दर्ज किया है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि ये मिसाइलें युद्ध के मैदान में कोई बड़ा बदलाव नहीं लाएंगी, लेकिन सवाल ये है कि इनका निशाना अमेरिका तय करेगा या यूक्रेन।
रूस बोला- हमारे पास इन्हें रोकने के लिए डिफेंस सिस्टम
रूस ने यह भी कहा कि उसके पास टॉमहॉक मिसाइलों को रोकने के लिए मजबूत एयर डिफेंस सिस्टम है। रूसी के मिलिट्री एक्सपर्ट यूरी नुतोव ने चेतावनी दी है ट्रम्प के इस फैसले से मॉस्को और वॉशिंगटन के रिश्ते और खराब होंगे।
पुतिन पहले भी चेतावनी दे चुके हैं कि पश्चिमी हथियारों का इस्तेमाल रूस के खिलाफ करने को नाटो की "सीधी भागीदारी" माना जाएगा।
रूस के अंदरूनी इलाके टॉमहॉक मिसाइल की रेंज में
टॉमहॉक मिसाइलें यूक्रेन को रूस के अंदरूनी इलाकों में सैन्य ठिकानों, एयर डिफेंस सिस्टम और लॉजिस्टिक हब को निशाना बना सकती हैं।
ये मिसाइलें यूक्रेन के मौजूदा ATACMS मिसाइलों (300 किमी रेंज) से कहीं ज्यादा दूरी तक मार कर सकती हैं। लेकिन इन्हें चलाने के लिए खास लॉन्चर और ट्रेनिंग चाहिए। अमेरिका के पास कुछ पुराने टॉमहॉक लॉन्चर हैं, जिन्हें यूक्रेन के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।