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नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट के इतिहास में 15 नवंबर की तारीख बहुत खास है। यह दिन दो महान क्रिकेटरों, सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली की बड़ी सफलताओं के कारण पुरानी और नई पीढ़ियों के बीच एक भावनात्मक पुल बन गया है। ठीक इसी दिन, 1989 में, 16 साल के नौजवान सचिन तेंदुलकर ने पाकिस्तान के खिलाफ कराची में अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला था।

15 नवंबर को सचिन का डेब्यू

सचिन तेंदुलकर को उस मैच में वकार यूनुस जैसे तेज गेंदबाज का सामना करना पड़ा। एक गेंद उनकी नाक पर लगी, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और 24 गेंदों पर 15 रन बनाकर अपनी 24 साल लंबी जबरदस्त यात्रा की शुरुआत की। इस सफर में सचिन ने टेस्ट क्रिकेट में 15,921 रन और कुल 100 इंटरनेशनल शतक बनाए। उन्होंने 34,357 अंतर्राष्ट्रीय रन बनाकर 15 नवंबर, 2013 को अपना आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला था। उन्होंने वनडे क्रिकेट में 49 शतक जड़ा। उनका यह शतक रिकॉर्ड एक समय ऐसा था जिसे तोड़ना नामुमकिन लगता था।

विराट कोहली ने खास दिन पर तोड़ डाला रिकॉर्ड

34 साल बाद, 15 नवंबर 2023 को विराट कोहली ने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में इतिहास बना दिया। आईसीसी वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलते हुए, कोहली ने अपना 50वां वनडे शतक पूरा किया और सचिन के सबसे ज्यादा वनडे शतकों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। उन्होंने लॉकी फर्ग्यूसन की गेंद पर दो रन लेकर यह बड़ी सफलता हासिल की। कोहली ने यह शतक 106 गेंदों में बनाया, जिसमें आठ चौके और एक छक्का शामिल था। यह सफलता सचिन के घरेलू मैदान पर मिली, जिसने इस पल को और भी यादगार बना दिया। यह शतक वनडे क्रिकेट में कोहली के लगातार बेहतरीन प्रदर्शन और उनकी पक्की लगन को दिखाता है।इस तरह, 15 नवंबर की यह तारीख भारतीय क्रिकेट के दो बड़े दौरों को आपस में जोड़ती है। यह एक तरफ सचिन तेंदुलकर के पहले मैच की शुरुआत का गवाह है, तो दूसरी तरफ विराट कोहली की रिकॉर्ड तोड़ने वाली सफलता का प्रतीक। यह भारतीय क्रिकेट के लिए एक जरूरी और प्रेरणा देने वाला जुड़ाव को दिखाती है।