नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए आज का दिन बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि BCCI आज, 20 दिसंबर को आगामी टी20 वर्ल्ड कप 2026 के लिए भारतीय स्क्वाड की आधिकारिक घोषणा करने जा रहा है। इस बार का विश्व कप भारत और श्रीलंका की संयुक्त मेजबानी में खेला जाएगा, जो टीम इंडिया के लिए अपने खिताब को डिफेंड करने का एक सुनहरा अवसर है। साल 2024 में चैंपियन बनने के बाद अब भारतीय टीम सूर्यकुमार यादव के नेतृत्व में एक नए कलेवर और नई ऊर्जा के साथ मैदान पर उतरने को तैयार है। हालांकि, आज घोषित होने वाली टीम को प्रारंभिक माना जा सकता है क्योंकि आईसीसी के नियम बोर्ड को आगे चलकर टीम में बदलाव करने की सुविधा प्रदान करते हैं।
क्या कहता है आईसीसी का नियम?
आईसीसी के नियमों के अनुसार, किसी भी बड़े टूर्नामेंट की शुरुआत से कम से कम एक महीना पहले सभी देशों को अपने अंतिम 15 सदस्यीय स्क्वाड की सूची सौंपनी होती है। चूंकि टी20 विश्व कप 2026 का आगाज 7 फरवरी से होने जा रहा है, इसलिए सभी टीमों के लिए जनवरी की शुरुआत तक अपनी प्रारंभिक टीम जमा करना अनिवार्य है। बीसीसीआई आज अपनी पसंद के 15 खिलाड़ियों के नामों का खुलासा कर देगा, लेकिन चयन समिति के पास एक निश्चित कट-ऑफ तारीख तक इन नामों में फेरबदल करने का पूरा अधिकार सुरक्षित रहता है।
7 जनवरी तक की मोहलत और बदलाव की प्रक्रिया
विश्व कप की शुरुआत 7 फरवरी से होनी है, जिसका मतलब है कि आईसीसी के नियमों के तहत 7 जनवरी 2026 तक बीसीसीआई बिना किसी अतिरिक्त मंजूरी के अपने स्क्वाड में बदलाव कर सकता है। इस अवधि के दौरान यदि किसी खिलाड़ी की फॉर्म खराब होती है या टीम संयोजन में कोई कमी नजर आती है, तो चयनकर्ता स्वतंत्र रूप से बदलाव कर सकते हैं। हालांकि, 7 जनवरी की समयसीमा समाप्त होने के बाद यदि टीम में किसी भी खिलाड़ी को बदलना पड़ता है, तो उसके लिए बीसीसीआई को आईसीसी की तकनीकी समिति से औपचारिक अनुमति लेनी होगी। आमतौर पर डेडलाइन के बाद बदलाव केवल किसी खिलाड़ी के गंभीर रूप से चोटिल होने की स्थिति में ही संभव होते हैं, जिसके लिए उचित मेडिकल रिपोर्ट देनी पड़ती है।
घरेलू मैदान पर खिताब बचाने की बड़ी चुनौती
डिफेंडिंग चैंपियन होने के नाते और घरेलू मैदान पर खेलने के कारण भारतीय टीम पर इस बार दोहरा दबाव होगा। रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे दिग्गजों के संन्यास के बाद यह पहला मौका होगा जब टीम इंडिया बिना इन अनुभवी खिलाड़ियों के किसी बड़े आईसीसी टूर्नामेंट में कदम रखेगी। सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में टीम का मुख्य लक्ष्य एक ऐसा संतुलित स्क्वाड चुनना है जो भारतीय और श्रीलंकाई पिचों पर स्पिन और गति के बीच सही तालमेल बिठा सके। आज होने वाले ऐलान से यह साफ हो जाएगा कि चयनकर्ता अनुभवी खिलाड़ियों पर भरोसा जताते हैं या फिर हाल के दौर में शानदार प्रदर्शन करने वाले युवा चेहरों को विश्व कप का टिकट देते हैं।



