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कोण्डागांव। जिले के अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में शामिल कड़ेनार और बेचा गांवों में पिछले दिनों कलेक्टर कुणाल दुदावत और पुलिस अधिक्षक वाय अक्षय कुमार ने दौरा किया था। इस दौरान इन गांवों के प्राथमिक शालाओं में अध्ययनरत बच्चों ने खेल सामग्री, जूते और स्कूल बैग की मांग की थी। बच्चों की इस मांग को गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन द्वारा बीते शुक्रवार को गांव पहुंचकर आवश्यक सामग्री वितरित की गई। कलेक्टर श्री दुदावत के निर्देशानुसार जिला मिशन समन्वयक एवं विकासखंड शिक्षा अधिकारी बीईओ बी.आर.पी. ने सरपंच धनसिंह कश्यप की उपस्थिति में बच्चों को खेल सामग्री और स्कूल बैग वितरित किए। इस दौरान कड़ेनार के 54 और बेचा के 53 बच्चों सहित कुल 107 बच्चों को लाभान्वित किया गया। वितरित सामग्री में पिट्टूल, शतरंज, कैरम बोर्ड, वॉलीबॉल, क्रिकेट, फुटबॉल, लूडो, रस्सीकूद, कंचा, फ्लाइंग डिस्क, बैडमिंटन और अन्य खेल सामग्रियां शामिल रहीं।

बच्चों और ग्रामीणों में खुशी का माहौल

इस पहल से बच्चों के चेहरे खिल उठे। लंबे समय से संसाधनों की कमी का सामना कर रहे इन बच्चों को जब खेल सामग्री, जूते और स्कूल बैग मिले, तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। बच्चों ने सामग्री प्राप्त करने के बाद खुशी में खेलकूद कर अपनी भावनाओं का व्यक्त किया। वहीं ग्रामवासियों ने जिला प्रशासन द्वारा बच्चों की मांग को शीघ्र पूरा करने पर आभार जताया।

कभी माओवाद का गढ़, अब विकास की ओर अग्रसर

कड़ेनार और बेचा जैसे गांव कभी माओवाद का गढ़ थे। लंबे समय तक इन क्षेत्रों में विकास की रोशनी नहीं पहुंच पाई थी। माओवाद की वजह से शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाओं का विकास रुका हुआ था। लेकिन वर्तमान सरकार और केंद्र की नीतियों, सुरक्षा बलों के प्रयासों से अब यह क्षेत्र नक्सल मुक्त हो रहा है। विकास की मुख्यधारा में लौट रहे इन गांवों में अब जिला प्रशासन द्वारा शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे मूलभूत सुविधाओं को पहुँचाने का कार्य किया जा रहा है।