सिडनी: वनडे सीरीज के पहले दो मैच हार चुकी टीम इंडिया ने सिडनी में ऑस्ट्रेलिया को तीसरे मैच में 46.4 ओवर में ही 236 रन के स्कोर पर समेट दिया है। मैच में एकसमय ऑस्ट्रेलिया ने 4 विकेट पर 183 रन बना लिए थे और टीम 350 रन का टारगेट खड़ा करता हुआ दिखाई दे रही थी। इस दौरान टीम के नवनियुक्त कप्तान शुभमन गिल का हर पासा गलत दिखाई दे रहा था, लेकिन अचानक रोहित शर्मा ने टीम की कमान संभाल ली। इसके बाद रोहित गेंदबाजों से बात करते और फील्डिंग सजाते हुए दिखाई देने लगे। यहां तक कि उन्होंने शुभमन गिल की फील्डिंग पोजीशन भी तय करनी शुरू कर दी। उनकी अनुभवी कप्तानी का फायदा भी टीम इंडिया को हुआ और गेंदबाजों ने लगातार विकेट चटकाते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम को 20 गेंद पहले ही मामूली स्कोर पर पवेलियन लौटा दिया। रोहित का ये कारनामा सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
हर्षित राणा से की बात, लगाई फील्डिंग और आ गया विकेट
रोहित शर्मा ने 37वें ओवर में अचानक कप्तानी संभाली। उन्होंने बढ़िया गेंदबाजी कर रहे हर्षित राणा से बात की और उन्हें कुछ खास तरीके से गेंदबाजी करने का निर्देश दिया। इसके बाद उन्होंने राणा की जरूरत के हिसाब से फील्डिंग सेट की। उन्होंने शुभमन गिल को भी फील्डिंग के लिए नई पोजीशन पर जाने के लिए कहा। इसका नतीजा भी तत्काल दिखाई दिया और राणा ने माइकल ओवेन को अपनी गेंदों में उलझाकर रोहित शर्मा के ही हाथों कैच आउट करते हुए ब्रेकथ्रू दिला दिया। इसके बाद रोहित शर्मा कुलदीप यादव और प्रसिद्ध कृष्णा के भी गेंदबाजी करने से पहले उन्हें निर्देश देते हुए और उनके हिसाब से फील्डिंग सेट करते हुए देखे गए। इन दोनों गेंदबाजों ने भी जल्दी-जल्दी विकेट निकालकर फैंस को खुश कर दिया।
एडिलेड में भी रोहित ने की थी बीच मैच में कप्तानी
इससे पहले एडिलेड में खेले गए दूसरे वनडे मैच में भी रोहित शर्मा ने फील्डिंग के दौरान गिल से कप्तानी की कमान ले ली थी। उन्हें फील्डिंग सेट करने के साथ ही वॉशिंगटन सुंदर, अर्शदीप सिंह, मोहम्मद सिराज आदि को गेंदबाजी के दौरान निर्देश देते हुए देखा गया था। इसका असर भी दिखाई दिया था, क्योंकि टीम इंडिया ने 264 रन का सामान्य सा स्कोर बनाया था, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी को इस स्कोर तक पहुंचने के लिए भी जूझने पर मजबूर कर दिया था। ऑस्ट्रेलियाई टीम कूपर कॉनली की ताबड़तोड़ पारी की बदौलत 8 विकेट खोने के बाद मैच जीत सकी थी। इसके लिए रोहित शर्मा की तरफ से गेंदबाजों को दिए गए निर्देश और फील्ड सेटिंग को जिम्मेदार माना गया था।



