बेमेतरा। आधुनिक प्रतिस्पर्धा के इस युग में जहां हर व्यक्ति जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़ने की जद्दोजहद में लगा हुआ है, वहीं मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का महत्व पहले से कहीं अधिक बढ़ गया है। यह सर्वविदित है कि किसी व्यक्ति का संपूर्ण विकास माँ के गर्भ से ही आरंभ होता है। गर्भावस्था के दौरान लिए गए संतुलित आहार और पोषण से न केवल माँ का स्वास्थ्य बेहतर रहता है बल्कि शिशु का भी समुचित विकास होता है।
मोहभट्ठा की राधिका बनी उदाहरण :
ग्राम मोहभट्ठा (सेक्टर देवरबीजा-02, विकासखण्ड बेरला) की निवासी राधिका ने अपने जीवन में इस बात को पूरी तरह आत्मसात किया। महिला एवं बाल विकास विभाग की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता योगेश्वरी यादव द्वारा गृहभेंट के दौरान राधिका को नियमित रूप से संतुलित आहार, स्वच्छता, और प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के लाभों के बारे में बताया गया। राधिका का गर्भ का पाँचवाँ माह पूर्ण होते ही प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत प्रथम किस्त हेतु पंजीयन किया गया। कार्यकर्ता और पर्यवेक्षक द्वारा उसे कैल्शियम, आयरन तथा रेडी टू ईट आहार का उपयोग करने के लिए निरंतर प्रेरित किया गया।
मिलने वाली सहायता बनी वरदान :
गर्भावस्था के दौरान जब राधिका को पता चला कि वह जुड़वा बच्चों की माँ बनने वाली है, तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। ऐसे समय में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की पहली किस्त ₹3,000 उसके खाते में प्राप्त हुई, जो उसके लिए बेहद उपयोगी सिद्ध हुई। राधिका ने इस राशि का सदुपयोग अपने पोषण और स्वास्थ्य सुधार में किया।
प्रसव के पश्चात राधिका ने जुड़वा दो बच्चियों को जन्म दिया। जब बच्चियों का प्रथम टीकाकरण चक्र पूर्ण हुआ, तब योजना के अंतर्गत द्वितीय किस्त के लिए आवेदन किया गया। जल्द ही राधिका को डीबीटी के माध्यम से ₹2,000 की दूसरी किस्त भी प्राप्त हो गई।
इस प्रकार उसे कुल ₹5,000 की राशि सीधे बैंक खाते में हस्तांतरित की गई।
योजना से मिला सुरक्षित मातृत्व :
राधिका बताती हैं कि यह राशि उनके और उनकी बच्चियों के लिए “रामबाण” साबित हुई। इससे उन्हें बेहतर आहार, स्वास्थ्य देखभाल और बच्चों के लिए पोषण सामग्री की व्यवस्था में मदद मिली। वर्तमान में राधिका और उनकी जुड़वा बच्चियाँ पूरी तरह स्वस्थ हैं तथा उन्हें महिला एवं बाल विकास विभाग की अन्य योजनाओं कृ जैसे पूरक पोषण आहार, टीकाकरण, एवं स्वास्थ्य परामर्श सेवाओं का लाभ निरंतर मिल रहा है।
शासन के प्रति आभार :
राधिका कहती हैं कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना ने मेरे जैसे अनेक माताओं को सशक्त बनाया है। गर्भावस्था के समय मिली आर्थिक सहायता ने मुझे और मेरी बच्चियों को स्वस्थ जीवन की राह दिखाई। इसके लिए मैं शासन एवं महिला बाल विकास विभाग की आभारी हूँ।
सकारात्मक परिवर्तन की दिशा में पहल :
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के माध्यम से बेमेतरा जिले में हजारों गर्भवती एवं धात्री माताओं को आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। यह योजना मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने, पोषण स्थिति सुधारने तथा महिलाओं में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है।