Spread the love

राजेश खन्ना हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार थे। उनकी जिंदगी बहुत आलीशान थी। वो किसी राजा की तरह जीते थे। उनकी कथित गर्लफ्रेंड अनीता आडवाणी ने हाल ही में उनको लेकर जो खुलासा किया है, वो इसी बात की तस्दीक करता है। उन्होंने बताया कि राजेश को खाने की मेज पर 10 तरह की डिशेज चाहिए होती थीं। अगर इससे कम हो तो वे नाराज होकर कहते थे- हम रिफ्यूजी हैं क्या! खाना नहीं देते!

राजेश खन्ना की कथित गर्लफ्रेंड अनीता आडवणी ने यूट्यूब चैनल ‘रील मीट्स रियल’ को इंटरव्यू दिया। उन्होंने खुलासा किया कि सुपरस्टार राजेश हमेशा खाने की टेबल पर ढेर सारे खाने के ऑप्शन चाहते थे। उन्होंने याद किया कि एक्टर के पास एक कुक था, फिर भी वो कभी-कभी उनके लिए खाना बनाती थीं।

राजेश के घर में हमेशा रहता था एक कुक

अनीता ने कहा, ‘उनके पास लगभग 6-7 कर्मचारी थे और घर में हमेशा एक कुक रहता था। मैं भी कभी-कभी उनके लिए खाना बनाती थी। जैसे उन्हें छोले बहुत पसंद थे, इसलिए मैंने उन्हें भटूरों के साथ बनाना सीखा। उन्हें ये सब बहुत पसंद था। उन्हें ऐसे डिशेज खाने में बहुत मजा आता था। वो खाने के बहुत शौकीन थे।’

खाने की मेज पर 10 तरह के पकवान

उन्होंने आगे बताया कि राजेश खन्ना को रोज डोसा चाहिए था और अगर खाने की मेज पर 10 से कम चीजें हों तो उन्हें अच्छा नहीं लगता था। उन्होंने कहा, ‘मुझे और घर के स्टाफ को समझ नहीं आता था कि क्या करें। जैसे, जब उन्हें पराठे चाहिए होते थे तो वे हमसे आलू, मूली और गोभी का एक-एक पराठा बनाने को कहते थे। वे हर पराठे से एक निवाला खाते थे।’

स्टाफ भी खाता था वही खाना

अनीता से इंटरव्यू में पूछा कि क्या बचा हुआ खाना बर्बाद हो जाता था तो उन्होंने बताया कि घर का स्टाफ भी वही खाना खाएगा, जो वो खुद खाते थे। उन्होंने कहा, ‘स्टाफ भी वही खाता है। स्टाफ अलग-अलग नहीं खाता। अगर आप उन्हें इतने सारे ऑप्शन वाला खाना नहीं परोसेंगे तो वो पूछेंगे- हम रिफ्यूजी हैं क्या? खाना नहीं देते। लेकिन खाने के शौकीन होने के बावजूद वो कम ही खाते थे। दो रोटी में उनका पेट भर जाता था।’

कैंसर से हुई थी मौत

बता दें कि राजेश खन्ना को हिंदी फिल्म इंडस्ट्री का पहला सुपरस्टार कहा जाता है। साल 2012 में 69 साल की उम्र में वो कैंसर से जंग हार गए थे।