अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव प्रचार के दौरान डोनाल्ड ट्रम्प अमेरिकी जजों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की धमकी देते थे। अब ट्रम्प के राष्ट्रपति की कुर्सी संभालने के बाद उनके आदेशों के खिलाफ फैसला सुनाने वाले अमेरिकी जजों को अपनी सुरक्षा की चिंता सताने लगी है।
दरअसल, अमेरिका के कई फेडरल जजों को डर है कि ट्रम्प प्रशासन की नीतियों को चुनौती देने वाले उच्च-स्तरीय मामलों की देखरेख करने वालों के विरुद्ध ऑनलाइन धमकियां वास्तविक दुनिया में हिंसा का कारण बन सकती हैं।
ट्रम्प ने खिलाफ फैसला सुनाने वाले जज के खिलाफ महाभियोग की मांग की
राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रम्प के कार्यकारी आदेशों के खिलाफ सुनवाई करने वाले जजों और इलॉन मस्क के DOGE के आदेश के बाद नौकरी से हटाए गए अधिकारियों से जुड़े मामलों की सुनवाई करने वाले फेडरल जजों के खिलाफ सोशल मीडिया पर धमकियों की बाढ़ आ गई है।
हाल ही में, राष्ट्रपति ट्रम्प ने एक संघीय जज के खिलाफ महाभियोग की मांग की, जिसने उनके प्रशासन के खिलाफ फैसला सुनाया था। इसके बाद सोशल मीडिया पर जज के खिलाफ धमकियों तेज हो गईं। इनमें जज को हथकड़ी लगाकर ले जाते हुए दिखाए गए चित्र भी शामिल थे।
जजों पर महाभियोग का समर्थन करने वालों को मस्क ने भारी डोनेशन दिया
मस्क ने उन रिपब्लिकन सासंदों को ज्यादा दान दिया है, जो राष्ट्रपति ट्रम्प के खिलाफ फैसले देने वाले फेडरल जजों पर महाभियोग चलाने का समर्थन करते हैं।
मस्क ने 7 रिपब्लिकन अभियानों को 5.41 लाख रुपए का कानूनी अधिकतम दान दिया। इनमें एरिजोना के एली क्रेन, कोलोराडो की लॉरेन बोएबर्ट, टेनेसी के एंडी ओगल्स, जॉर्जिया के एंड्रयू क्लाइड, विस्कॉन्सिन के डेरिक वैन ऑर्डेन और टेक्सास के ब्रैंडन गिल शामिल हैं।
मस्क ने आयोवा के सीनेटर चार्ल्स ई. ग्रासली को भी दान दिया। मस्क ने जजों पर महाभियोग का समर्थन किया है।
पिज्जा, पार्सल और गुमनाम कॉल के जरिए जजों को धमकी
जजों के खिलाफ धमकियां कोई नई बात नहीं हैं, लेकिन हाल के वर्षों में इनकी संख्या बढ़ी है। बम की धमकी, घर के पते पर पुलिस की स्वाट टीमों को भेजने के लिए गुमनाम कॉल, पिज्जा की डिलीवरी के जरिए जजों को धमकियां मिल रही है। ट्रम्प प्रशासन के खिलाफ केस की सुनवाई कर रहे एक जज ने कहा कि धमकाने वाले जानते हैं कि आप और आपके परिवार के सदस्य कहां रहते हैं। इससे हिंसा की आशंका बढ़ रही हैं।
न्यूजर्सी जिले के अमेरिकी जिला कोर्ट की जज एस्तेर सालास का कहना है, ‘मुझे ऐसा लगता है कि लोग हमारे जीवन के साथ रूसी रूले खेल रहे हैं।’ बता दें कि जज एस्तेर के 20 वर्षीय बेटे को 2020 में उनके घर पर एक स्व-घोषित नारीवाद विरोधी वकील ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। उन्होंने कहा कि यह कोई अतिशयोक्ति नहीं है। मैं अपने नेताओं से विनती करती हूं कि वे समझें कि यहां लोगों की जान दांव पर लगी है।
चार्ल्सटन में सुप्रीम कोर्ट की जज एमी कोनी बैरेट को धमकी मिली थी कि उनके मेलबॉक्स में बम है। लिखा था- अगली बार मेलबॉक्स खुलते ही डिवाइस में विस्फोट हो जाएगा।