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गुवाहाटी: भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे एवं अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच के तीसरे दिन सोमवार को लंच तक अपनी पहली पारी में सात विकेट पर 174 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका ने अपनी पहली पारी में 489 रन बनाए थे। इस तरह से भारत अभी उससे 315 रन पीछे है। लंच के समय वाशिंगटन सुंदर 33 और कुलदीप यादव 14 रन पर खेल रहे थे। ऋषभ पंत की टीम पर फॉलोऑन बचाने का खतरा मंडरा रहा है।

कितने रन बनाने से बच जाएगा फॉलोऑन?

भारतीय टीम ने 122 रनों पर ही 7 विकेट खो दिए थे। उसके बाद से कुलदीप यादव और वॉशिंगटन सुंदर ने पारी संभाली। हालांकि अभी फॉलोऑन काफी दूर है। भारतीय टीम 290 रनों तक पहुंचेगी, तभी फॉलोऑन बचा पाएगी। यानी अभी भारतीय टीम को पहली पारी में 116 और रन बनाने हैं। ऐसा होता है तो साउथ अफ्रीका को दोबारा बैटिंग करना पड़ेगा। फॉलोऑन के बाद पहले बैटिंग करने वाली टीम फैसला करती है तो उसे फॉलोऑन देना है या नहीं।

15 साल से घर में फॉलोऑन नहीं खेला

भारतीय टीम को घरेलू टेस्ट मैच में 15 साल से फॉलोऑन नहीं खेलना पड़ा है। आखिरी बार भारत ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ ही फॉलोऑन खेला था। दोनों टीमों के बीच नागपुर में टेस्ट मैच खेला गया था। साउथ अप्रीका ने पहली पारी में 6 विकेट पर 558 रन बनाए ते। हाशिम आमला ने 253 और जैक कैलिस ने 173 रनों की पारी खेली थी। वीरेंद्र सहवाग के 109 रन के बाद भी टीम पहली पारी में 233 रनों पर सिमट गई। दूसरी पारी में सचिन ने शतक लगाया लेकिन फिर भी भारत मैच हार गया। साउथ अफ्रीका ने पारी और 6 रन से मैच अपने नाम किया। उस मैच में गौतम गंभीर भी प्लेइंग इलेवन का हिस्सा थे। राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण जैसे खिलाड़ी उस मैच में नहीं खेले थे।

भारत ने 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोलकाता टेस्ट में फॉलोऑन मिलने के बाद जीत हासिल की थी। 2003 में न्यूजीलैंड ने भारत को मोहाली में फॉलोऑन दिया था। उस मैच को भारत ने ड्रॉ करवा लिया था।