Spread the love

नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के लिए साल 2025 मिला-जुला रहा है। जहां एकतरफ महिला से लेकर पुरुष क्रिकेट तक, भारतीय टीमों ने सफलता के नए झंडे गाड़े तो वहीं कई विवादों ने भी भारतीय क्रिकेट को घेरे रखा है। कई विवाद तो ऐसे रहे है, जिनका असर अब तक दिखाई दे रहा है। इनमें से कई विवादों पर वैश्विक क्रिकेट भी बंटती हुई दिखाई दी। अब साल 2025 विदा हो रहा है और साल 2026 का आगमन होने वाला है। ऐसे में हम आपको साल 2025 के उन 5 सबसे बड़े विवादों के बारे में बता रहे हैं, जिनसे टीम इंडिया बेहद प्रभावित हुई है।

चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान नहीं जाने पर बंटता दिखा क्रिकेट वर्ल्ड

साल का सबसे पहला विवाद हुआ चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर, जिसका आयोजन पाकिस्तान की मेजबानी में हो रहा था। भारतीय क्रिकेट टीम ने इसमें खेलने के लिए पाकिस्तान जाने से इंकार कर दिया। विवाद इतना बढ़ा कि क्रिकेट वर्ल्ड ही दोनों देशों के पक्ष में बंटता दिखाई दिया। हालांकि पलड़ा भारत का ही भारी रहा। आखिर में इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) को ही दोनों पक्षों को एकसाथ बैठाकर सुलह की कोशिश करनी पड़ी। कई लंबी मीटिंगों के बाद विवाद तो सुलझ गया। टीम इंडिया ने पाकिस्तान जाने की बजाय यूएई में अपने मैच खेले। यहां तक कि फाइनल और सेमीफाइनल मैच भी पाकिस्तान में ना होकर दुबई में आयोजित हुए। नतीजा ये रहा कि पाकिस्तान भी अब किसी आईसीसी टूर्नामेंट के लिए भारत में नहीं आएगा। महिला वर्ल्ड कप 2025 में पाकिस्तान के मैच श्रीलंका में हुए हैं और अगले साल टी20 वर्ल्ड कप 2026 के मुकाबले भी पाकिस्तान वहीं पर खेलेगा।

एशिया कप में हुआ नो-हैंडशेक विवाद

सबसे बड़ा विवाद हुआ एशिया कप 2025 में, जिसका मेजबान होने के बावजूद भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने इसका आयोजन पाकिस्तान के चलते यूएई में किया। एशिया कप से पहले हुए पहलगाम आतंकी हमले के कारण टीम इंडिया ने तय किया कि वे पाकिस्तानी प्लेयर्स के साथ मैच में हाथ नहीं मिलाएंगे। टॉस के बाद हाथ बढ़ाते पाकिस्तानी कप्तान सलमान आगा की अनदेखी कर कमेंटेटर की तरफ बढ़ते हुए भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव को सभी ने देखा। पाकिस्तान ने इसे लेकर बेहद शोर मचाया। यहां तक कि आईसीसी से भी शिकायत की, लेकिन नियमों में ‘नो-हैंडशेक’ के खिलाफ कोई प्रावधान नहीं होने से शिकायत बेकार रही। इसके बाद पाकिस्तानी खिलाड़ियों की भद्दी इशारेबाजी ने हालात और ज्यादा बिगाड़ दिए।

टीम इंडिया की ट्रॉफी चुराकर भाग गए मोहसिन नकवी

एशिया कप में नो-हैंडशेक विवाद से बची हुई कसर टीम इंडिया के फाइनल जीतने पर पूरी हो गई। टीम इंडिया ने एशियन क्रिकेट काउंसिल के चेयरमैन मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से इंकार कर दिया। नकवी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के भी अध्यक्ष और पाकिस्तान सरकार में मंत्री भी हैं। कई घंटे तक चली कशमकश के बाद नकवी ने ट्रॉफी किसी को भी नहीं दी और अपने साथ ही ले गए, जो अब तक भारत नहीं आ सकी है और इसे लेकर विवाद अब भी जारी है। टीम इंडिया ने वर्चुअल ट्रॉफी के साथ जश्न के फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट करके मोहसिन नकवी का जमकर मजाक उड़ाया।

RCB की ट्रॉफी जीत का जश्न बन गया मातम

IPL 2025 बेंगलुरु के लिए हमेशा की याद बनकर रह गई। एकतरफ उनके लिए अपनी टीम यानी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के पहली बार आईपीएल ट्रॉफी जीतने की खुशनुमा याद रहेगी। दूसरी तरफ, इस जीत के जश्न में मची भगदड़ से एम.चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुए दर्दनाक हादसा बेंगलुरु वासी कभी नहीं भुला पाएंगे। इस हादसे में कई लोगों की मौत हुई और दर्जनों घायल हो गए। इस घटना के बाद से चिन्नास्वामी स्टेडियम को अब तक मैचों का आयोजन नहीं मिला है।

इंग्लैंड के साथ भी ‘नो-हैंडशेक’ विवाद

इंग्लैंड दौरे पर भी नो-हैंडशेक विवाद हुआ, जब मैनचेस्टर में खेले गए चौथे टेस्ट मैच में रवींद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर ने इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स और अन्य प्लेयर्स से हाथ नहीं मिलाया। दरअसल ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर खेला जा रहा मैच ड्रॉ की तरफ बढ़ रहा था, जिस पर स्टोक्स ने दोनों प्लेयर्स को हाथ मिलाकर खेल खत्म घोषित करने के लिए कहा। लेकिन जडेजा और सुंदर ने शतक के करीब होने के चलते ऐसा करने से इंकार कर दिया। इससे स्टोक्स के साथ उनकी नोकझोंक भी हुई थी। इस विवाद को इंग्लैंड की मीडिया ने बेहद बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया।

साल के आखिर में हुआ स्मृति मंधाना की शादी का विवाद

नवंबर महीना भारतीय क्रिकेट के लिए 52 साल का इतिहास बदलने वाली खुशी लेकर आया था। पहली बार महिला क्रिकेट टीम ने वर्ल्ड कप खिताब जीता था। महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 की ट्रॉफी जीतने में अहम भूमिका निभाई थी उपकप्तान स्मृति मंधाना ने, जिनके बल्ले से टीम के लिए जमकर रन निकले थे। इसके बाद मंधाना और उनके 5 साल पुराने बॉयफ्रेंड पलाश मुच्छल ने 23 नवंबर को शादी करने की घोषणा की। इस शादी को सोशल मीडिया पर भी जमकर चर्चा मिली। शादी की हल्दी से लेकर मेहंदी और संगीत तक की रस्म जबरदस्त तरीके से सांगली शहर में आयोजित की गई, लेकिन शादी वाले दिन की दोपहर में करीब 4 बजे अचानक आई एक खबर ने सबकुछ बदल दिया।