भारतीय क्रिकेट के लिए 30 दिसंबर का दिन शायद उसके इतिहास में सबसे अहम दिन कहा जा सकता है। इस दिन भारतीय क्रिकेट टीम को अपने दो दिग्गज कप्तानों को ही नहीं बल्कि टेस्ट क्रिकेट में दो बेहतरीन क्रिकेटरों को भी विदाई देनी पड़ी थी। इतना ही नहीं भारतीय क्रिकेट का ऑस्ट्रेलियाई धरती पर सबसे बेहतरीन प्रदर्शन भी इसी दिन सामने आया था तो भुला देने लायक दो हार भी 30 दिसंबर के दिन ही भारतीय टीम को मिली थी। खास बात ये है कि हर बार इस दिन की इन यादों के तार उसी मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड के बॉक्सिंग-डे टेस्ट से जुड़ते हैं, जिसके खत्म होने के बाद मौजूदा एशेज सीरीज में सबसे ज्यादा हो-हल्ला मचा हुआ है। इतना ही नहीं 30 दिसंबर का दिन भारतीय क्रिकेट के लिए साउथ अफ्रीका की धरती पर भी ऐतिहासिक रहा है, जब सेंचुरियन के मैदान पर जीतने वाली वह पहली एशियाई टीम बनी थी। चलिए आपको इन सब यादों के बारे में बताते हैं।
2018 में जसप्रीत बुमराह की बेस्ट बॉलिंग
साल 2018 में मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर बॉक्सिंग-डे टेस्ट में 30 दिसंबर के दिन भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 137 रन से मात दी थी। इसके साथ ही 4 टेस्ट की सीरीज में 2-1 की बढ़त बनाकर भारत ने यह तय कर दिया था कि बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (Border-Gavaskar Trophy) पर उसका ही कब्जा बना रहेगा। जीत के हीरो बने थे तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, जिन्होंने अपनी करियर बेस्ट बॉलिंग 33 रन देकर 6 विकेट के साथ ही मैच में 86 रन देकर 9 विकेट लिए थे। यह किसी भारतीय तेज गेंदबाज का ऑस्ट्रेलियाई धरती पर आज तक का एक मैच में बेस्ट परफॉर्मेंस है।
2018 में पुजारा साबित हुए थे ‘द वॉल’
टीम इंडिया ने पहली पारी में चेतेश्वर पुजारा (106 रन), मयंक अग्रवाल (76 रन), विराट कोहली (82 रन) और रोहित शर्मा (नॉटआउट 63 रन) की बदौलत 7 विकेट पर 443 रन बनाए थे। बुमराह ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को 151 रन पर ही समेट दिया। भारत ने दूसरी पारी में 8 विकेट पर 106 रन बनाकर पारी घोषित की। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया को 261 रन पर ही समेट दिया और जीत हासिल कर ली। पैट कमिंस ने सबसे ज्यादा 63 रन बनाए, जबकि भारत के लिए बुमराह और रवींद्र जडेजा ने 3-3 व इशांत शर्मा और मोहम्मद शमी ने 2-2 विकेट लिए थे।
2014 में ड्रॉ मैच के साथ धोनी का रिटायरमेंट
साल 2014 में मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर ऑस्ट्रेलिया को टीम इंडिया ने मैच ड्रॉ करने पर मजबूर किया। हालांकि सीरीज में 2-0 से जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीत ली। यह महेंद्र सिंह धोनी के करियर का आखिरी टेस्ट मैच था, जिन्होंने सीरीज के बीच में अचानक कप्तानी छोड़ने की घोषणा कर दी थी। हालांकि रिटायरमेंट की घोषणा उन्होंने इस टेस्ट के कुछ दिन बाद उस समय करके तहलका मचा दिया, जब वनडे वर्ल्ड कप 2015 में महज दो महीने बचे हुए थे।
2014 में विराट कोहली ने खेली थी कप्तानी वाली पारी
ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम इंडिया के सामने 530 रन ठोक दिए, जिसमें स्टीव स्मिथ ने 192 रन की पारी खेली। टीम इंडिया ने भी विराट कोहली के 169 रन और अजिंक्य रहाणे के 147 रन से 465 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में 9 विकेट पर 318 रन बनाए और 384 रन का टारगेट टीम इंडिया को दे दिया। शॉन मार्श अनलकी रहे और 99 रन पर आउट हो गए। टारगेट का पीछा करते समय टीम इंडिया लड़खड़ा गई और 3 विकेट 19 रन पर खो दिए। लेकिन पहली पारी के हीरो विराट कोहली (54 रन) और अजिंक्य रहाणे (48 रन) ने विकेट पर समय बिताया, जिसके बाद चेतेश्वर पुजारा (70 गेंद में 21 रन) और एमएस धोनी (39 गेंद में नॉटआउट 24 रन) ने मैच ड्रॉ करा दिया।
2024 में भारत की हार और रोहित का आखिरी मैच
साल 2024 में मेलबर्न का बॉक्सिंग-डे टेस्ट बेहद क्लासिक माना जा सकता है, जिसमें बहुत उतार-चढ़ाव के बीच टीम इंडिया आखिरी सेशन में जाकर हार गई। यह कप्तान रोहित शर्मा के करियर का आखिरी टेस्ट मैच साबित हुआ था, जो इस सीरीज में बेहद खराब फॉर्म के चलते इसके बाद 5वें टेस्ट मैच में नहीं खेले और साल 2025 में इंग्लैंड दौरे से ठीक पहले अचानक रिटायरमेंट की घोषणा कर दी।
2024 में यशस्वी जायसवाल खेले थे जोरदार
ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए स्टीव स्मिथ के 140 रन और 19 साल के डेब्यू बॉय सैम कॉन्सटास के 60 रन की मदद से 474 रन बनाए। जवाब में टीम इंडिया ने यशस्वी जायसवाल के रन आउट होने से पहले खेली बेहतरीन 82 रन की पारी के बावजूद 7 विकेट 221 रन पर खो दिए थे। नंबर 8 पर उतरे नीतीश कुमार रेड्डी ने 114 रन की जोरदार पारी खेली। उन्हें साथ मिला वॉशिंगटन सुंदर (50 रन) का। दोनों ने स्कोर 369 रन तक पहुंचा दिया।
पहली पारी में 95 रन से पिछड़ी टीम इंडिया ने जसप्रीत बुमराह की जबरदस्त बॉलिंग 57 रन पर 5 विकेट से ऑस्ट्रेलिया के 6 विकेट 91 रन पर गिरा दिए। लेकिन इसके बाद मार्नुस लाबुशाने के 70 रन, कप्तान पैट कमिंस के 41 रन और नाथन लॉयन के 41 रन से ऑस्ट्रेलिया ने 234 रन बना लिए। भारतीय क्रिकेटरों ने इस दौरान जमकर कैच छोड़े। टीम इंडिया को दूसरी पारी में भी यशस्वी जायसवाल ने 84 रन की पारी से बेहतरीन शुरुआत दी, लेकिन मैच के आखिरी घंटे में टीम इंडिया 4 विकेट पर 121 रन से 155 रन पर ऑलआउट होकर मैच हार गई। इस मैच में मेलबर्न में 1937 का रिकॉर्ड तोड़ने वाली 373,691 दर्शकों की मौजूदगी रही।
2021 में सेंचुरियन में रचा भारत ने इतिहास
साल 2021 में भारतीय क्रिकेट टीम ने साउथ अफ्रीका के सेंचुरियन में इतिहास रच दिया। इस मैदान पर जीत हासिल करने वाली टीम इंडिया पहली एशियाई टीम बनी, जिसमें खास योगदान मोहम्मद शमी के 8 विकेट और केएल राहुल की 123 रन की पारी का रहा। राहुल का यह स्कोर साउथ अफ्रीका की धरती पर किसी भारतीय ओपनर की सबसे बड़ी पारी है। टेस्ट मैच में शमी और जसप्रीत बुमराह ने मिलकर साउथ अफ्रीका को पहली पारी में 197 रन और दूसरी पारी में 191 रन पर लुढ़का दिया। हालांकि साउथ अफ्रीका के कप्तान डीन एल्गर ने दूसरी पारी में 77 रन बनाने के लिए 4 घंटे तक बैटिंग की, लेकिन टीम इंडिया को 113 रन की जीत हासिल करने से नहीं रोक सके। बुमराह ने मैच में 5 विकेट लिए।



