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जांजगीर-चांपा। पोषण अभियान, स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान अंतर्गत एवं अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में मेगा हेल्थ कैम्प, महिला सुरक्षा, महिलाओं के स्वास्थ्य एवं पोषण, बाल विवाह रोकथाम हेतु जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन जिला मुख्यालय के ऑडिटोरियम में किया गया। इस अवसर पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, बाल विवाह की रोकथाम हेतु शपथ दिलाई गई।

कार्यक्रम में विधायक जांजगीर-चांपा ब्यास कश्यप, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सत्यलता आनंद मिरी, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती प्रियंका सिंह, जिला पंचायत सदस्य उमा राठौर, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती मोहन कुमारी, कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती नंदनी राजवाड़े, पूर्व जनपद अध्यक्ष नवागढ श्री पुष्पेंद्र प्रताप सिंह, जिला स्तरीय स्थानीय शिकायत समिति जांजगीर की सदस्य श्रीमती उषा शांडिल्य, विषय विशेषज्ञ संचालनालय महिला एवं बाल विकास श्री विपिन ठाकुर, श्रीमती संगीता पाण्डेय, श्री राजकुमार शमा, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती अनिता अग्रवाल, जिला बाल संरक्षण अधिकारी श्री गजेन्द्र सिंह जायसवाल सहित विभिन्न जनप्रतिनिधिगण, परियोजना अधिकारी, पर्यवेक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका एवं बड़ी संख्या में बालिकाएं व महिलाएं उपस्थित थे।

विधायक जांजगीर-चांपा ब्यास कश्यप ने अपने संबोधन में कहा कि नारी हर गृहस्थ, हर परिवार को कई रूपों में किस तहर संभालती है और संवारती है। उन्होंने वोकल फॉर लोकल के तहत स्थानीयता को बढ़ावा देने एवं पौष्टिक खाद्य पदार्थाे के उपयोग  करने, स्थानीय स्तर पर उपलब्ध एवं उत्पादित ताजा हरि सब्जियों का मिश्रण का स्वल्पाहार का उपयोग करने एवं पौष्टिक आहार का निर्माण कर अपने दिनचर्या में शामिल करने कहा। जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सत्यलता आनंद मिरी द्वारा अपने उद्बोधन में पोषण अभियान पर प्रकाश डालते हुए हमारी रसोई हमारा औषधालय का विस्तार करते हुए रसोई में उपलब्ध औषधीय गुणों वाले खाद्य पदार्थ, हमारी छोटी-मोटी बीमारियों में कैसे राहत दिलाती है के बारे में बताया गया।

कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने कहा कि बच्चों को बेहतर पोषण देना बहुत आवश्यक है। यदि बच्चे कुपोषित रहते हैं, तो उनके शारीरिक और मानसिक विकास में बाधा आती है। उन्होंने कहा कि बेटियों को शिक्षा के साथ-साथ समाज की कुरीतियों से भी अवगत कराना जरूरी है। उन्होंने पोषण अभियान और स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान में सभी लोगों से बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने का आग्रह किया। उन्होंने यह भी कहा कि जब महिलाएं संगठित होती हैं, तो देश और राज्य का विकास तेजी से होता है।

जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा संपूर्ण कार्यक्रम की रूपरेखा जिसमें ’’स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान’’, बाल विवाह मूक्त छत्तीसगढ़ अभियान, बेटी बचाओ बेटी पढाओं अभियान और आज के कार्यशाला का मूल उद्देश्य की जानकारी दी गई। मास्टर ट्रेनर श्री विपिन ठाकुर के द्वारा बाल विवाह रोकथाम की विस्तृत जानकारी दी गई, समस्त उपस्थित अतिथियों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस, बाल विवाह के कारण, दुष्परिणाम, रोकथाम के उपाय, बालिका पोषण, माहवारी के दौरान स्वच्छता आदि विषयों पर उद्बोधन दिया गया।

जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि कार्यशाला में आंगनबाड़ी केन्द्र के बालक-बालिकाओं द्वारा फैंसी डेªस प्रतियोगिता, सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं स्कूली बालिकाओं द्वारा भी विविध क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य कर अपनी अलग पहचान बनाने वाली छत्तीसगढ़ की नारी शक्तियों की वेषभूषा धारण कर मनोरम प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम के समापन में कलेक्टर श्री जन्मेजय महोबे द्वारा मेधावी छात्रा सम्मान, क्विज़ प्रतियोगिता की 03 विजेताओं एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले आंगनबाड़ी केन्द्र के बच्चों तथा स्कूली बालिकाओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।