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मुंबई: महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों के पहले चरण की वोटिंग से पहले उद्धव ठाकरे की शिवसेना यूबीटी नेता संजय राउत ने फिर एक बार बड़ा धमाका किया है। हेल्थ ब्रेक के बाद लौटे राउत ने महीने भर बाद प्रेस कांफ्रेस में दावा किया कि उन्होंने हमारी जेब निकालने की कोशिश की थी। लिख लो कि अमित शाह उनकी जेब निकाल देंगे। शिंदे के 35 विधायक टूट जाएंगे। राउत यहीं नहीं रुके उन्होंने दावा किया कि रवींद्र चव्हाण स्टेट प्रेसिडेंट हैं। उन्हें इसी मकसद से अपॉइंट किया गया है। राउत के इस दावे पर एकनाथ शिंदे की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। उन्होंने हाथ जोड़कर कहा कि मैं उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं। गौरतलब हो कि राउत का बयान ऐसे वक्त पर सामने आया है जब महाराष्ट्र में नगरपालिका और नगर पंचायत चुनाव के बीच महायुति के दलों में तकरार बढ़ती जा रही है। हाल ही में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र चव्हाण ने कहा था कि उन्हें दो दिसंबर तक महायुति को बचाए रखना है।

आमना-सामना पर बोले शिंदे
राउत के दावे के साथ एकनाथ शिंदे महायुति में आरोप-प्रत्यारोप पर भी बोले। उन्होंने कहा कि क्या मैंने और मुख्यमंत्री ने आरोप-प्रत्यारोप लगाए? यह लोकल लेवल का चुनाव है। लोकल मुद्दे अलग होते हैं। गौरतलब हो कि मालवण में शिवसेना विधायक नीलेश राणे ने एक स्टिंग ऑपरेशन किया था। इसमें उन्होंने एक बीजेपी पदाधिकारी के घर नोटों से भरा बैग दिखाते हुए कहा था कि बीजेपी नोट से वोट खरीद रही है। उन्होंने कहा था कि रवींद्र चव्हाण ऐसा करवा रहे हैं। इसके बाद नीलेश राणे पर दूसरे के घर में घुसने का मामला दर्ज हुआ था। चव्हाण ने कहा था कि वह दो दिसंबर तक गठबंधन बनाए रखना चाहते हैं। इस घटनाक्रम के बाद शिवसेना के पूर्व एमएलए शहाजी बापू पाटिल के ऑफिस इलेक्शन कमीशन की टीम रेड की है। बीजेपी का मित्र दल होने के बाद भी शिंदे की शिवसेना कई स्थानों पर बीजेपी के सामने है।

एकनाथ शिंदे ने दी सफाई
इन दोनों घटनाओं के बाद शिंदे आग में घी डालने से परहेज कर रहे हैं लेकिन सूत्र कह रहे हैं कि दोनों दलों के बीच तल्खी का निर्माण हुआ है। इसकी झलक शिंदे के बयान से मिली। उन्होंने कहा कि देवेंद्र फडणवीस से नहीं मिलने के सवाल पर शिंदे ने कहा कि मैं पहले आया, चीफ मिनिस्टर बाद में आए। दोनों की पैठण में मीटिंग होती है। हम फ़ोन पर बात करते हैं। हमारी चर्चा हर दिन होती है। एकनाथ शिंदे ने दोहराया कि क्या मैंने और मुख्यमंत्री ने आरोप-प्रत्यारोप लगाए? यह लोकल लेवल का चुनाव है। लोकल मुद्दे अलग हैं, यह कार्यकर्ताओं का चुनाव है। हमारा कैंपेन डेवलपमेंट पर है।