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 कानपुर: कानपुर से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। पनकी पंचमुखी हनुमान मंदिर से ऑटो सवार दंपती भिक्षा मांग रही रही 13 वर्षीय बच्ची से उसके चार माह के भाई को छीनकर भाग गए थे। बच्चा चोर दंपती ने उसका पांच लाख में सौदा कर दिया था। दंपती को रकम का कुछ हिस्सा भी मिल गया था। पुलिस ने बच्चा चोरी करने वाली महिला के पति और बच्चा खरीदने वाले दंपती को गिरफ्तार जेल भेजा है।

रावतपुर के थारू बस्ती निवासी सोनी और उसकी 13 वर्षीय बेटी पनकी मंदिर परिसर और आसपास के एरिया में भिक्षा मांगती हैं। पति विनोद फेरी लगाने का काम करता है। शुक्रवार शाम को उसकी नाबालिग बेटी अपने चार माह के भाई को गोद में लेकर भिक्षा मांग रही थी। तभी एक महिला ने उसे दुलराते हुए अपनी गोद में ले लिया। नाबालिग कुछ समझ पाती इससे पहले ही महिला बच्चे को लेकर सड़क पर खड़े ऑटो में बैठकर गंगागंज की तरफ भाग निकली।

दंपती के पास से 66 हजार रुपए मिले

पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे खंगाले जिसके आधार पर शास्त्री नगर स्थित एक मकान में दबिश दी। जहां आरोपी महिला तो नहीं मिली लेकिन यह स्पष्ट हो गया कि घटना के पीछे महिला का हाथ है। पुलिस ने महिला के मोबाइल को ट्रेस कर शास्त्रीनगर कच्ची बस्ती से गीता सिंह और उसके पति जितेंद्र को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से मासूम बच्चे को भी सकुशल बरामद कर लिया। आरोपियों के पास से 66 हजार रुपए और बाइक बरामद हुई है। दंपती ने पुलिस को बताया कि मौजूदा समय में अम्बेडकरपुरम में किराए का कमरा लेकर रह रहे थे।

बच्चा खरीदने वाले दंपती गिरफ्तार

पुलिस की पूछताछ में दंपती ने बताया कि मां-बेटी की कई दिनों तक रेकी करने के बाद बच्चा चोरी किया था। चोरी किए गए बच्चे को सेन पश्चिम पारा के रहने वाले दंपती को सौंपना था। इसके लिए उन्होंने पैसे भी लिए हैं। पुलिस ने दंपती से बच्चा खरीदने वालों से संपर्क करने को कहा। पुलिस ने जाल बिछाकर बच्चा खरीदने वाले सचिन सक्सेना और उसकी पत्नी गरिमा को पनकी नहर के पास से गिरफ्तार कर लिया। पनकी थाना प्रभारी के मुताबिक बच्चा चोरी करने वालों और खरीदने वाले दंपती को जेल भेजा गया है।