वाराणसी समेत आसपास के जिलों में जेठ के अंतिम दिन सूरज की तपन ने पूर्णिमा को अपना चरम रूप दिखलाया। हालांकि अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस ही अधिक हुआ था और 42.4 डिग्री सेल्सियस पहुंचा था 42.4 डिग्री सेल्सियस पहुंचा, इसके उलट न्यूनतम तापमान 0.6 डिग्री बढ़कर भी सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम 26 डिग्री सेल्सियस कम रहा। आज भी गर्मी से राहत के आसार नहीं हैं। पुरवा हवाओं के बीच सुबह से सूर्य की प्रखर किरणों ने धरती को तपाना शुरू कर दिया है।

तापमान 40 से 42 डिग्री के बीच रहने के आसार है।रविवार शाम आई आंधी के बाद रात में गर्मी का अहसास कम हुआ। बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रो. मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि सात-आठ जून तक मानसून के केरल में दस्तक देने के आसार हैं। इसके बाद जून के अंतिम सप्ताह तक वाराणसी में प्री मानसून का असर देखने को मिल सकता है।रविवार को अन्य दिनों की तुलना में दिन में धूप बहुत तेज रही। वहीं शाम को करीब 30 से 40 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चलने और धूल उड़ने से शहरी, ग्रामीण इलाकों में लोगों को सड़क पर रुकना पड़ा।