भोपाल ।  देश में दो तरह की विचारधारा वाले लोग हैं। एक वह जो आज भी ब्रिटिश उपनिवेशवादी सोच को ढो रहे हैं। दूसरे वह हैं जो स्वाभिमानी सोच के साथ चल रहे हैं। 2014 के पहले तक हम कहते थे कि पड़ोस के छोटे-छोटे देश हम डरा रहे हैं। आज हमें कोई नहीं डरा पा रहा है। हमने स्वदेशी विमानवाहक पोत और मिसाइल बना लिया। यह सब स्वाभिमानी भारत की पहचान है। रक्षा की बात सिर्फ संसाधन से नहीं आत्मविश्वास से आती है। हमने पिछले नौ वर्ष में पाकिस्तान से कोई औपचारिक बातचीत नहीं की, क्योंकि आतंकवाद के साथ वार्ता हो ही नहीं सकती। हम वह संस्कृति हैं जो नाग पंचमी के दिन नागों को दूध पिलाते हैं, पर डसने वाले को छोड़ते नहीं हैं।

देश को उन्नत बनाना है

यह बात राष्ट्रवादी चिंतक, विचारक और भाजपा से राज्यसभा सदस्य डा़ सुधांशु त्रिवेदी ने कही। वह भोपाल में सोमवार को सरोकार संस्था द्वारा अभ्युदय भारतम विषय पर आयोजित संवाद में मुख्य वक्ता के तौर पर बोल रहे थे। त्रिवेदी ने कहा, सत्ता में आने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तय किया कि देश को उन्नत बनाना है।

कार्बन उत्सर्जन रोकने के लिए 40 प्रतिशत तक ऊर्जा का उत्पादन नवकरणीय ऊर्जा से किया जा रहा है। हमारे यहां विज्ञान प्रगति और प्रकृति के साथ चल रहा है। त्रिवेदी ने विश्व पर्यावरण दिवस पर लोगों को पर्यावरण पर खतरे के प्रति चेताया। उन्होंने कहा, आज आरएसएस के द्वितीय सरसंघचालक पूज्य गुरुजी का जन्म दिवस भी है। गुरुजी ने जो बटवृक्ष रोपा था वह आज भाजपा और अन्य संगठनों के रूप में दिखाई दे रहा है।

2014 की सरकार सत्ता नहीं, सोच बदलने के लिए बनी

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि 2014 की सरकार सत्ता नहीं सोच बदलने के लिए बनी थी। नौ करोड़ 60 लाख महिलाओं को उज्ज्वला योजना से जोड़ा गया। 37 करोड़ एलईडी बल्ब बांटे। प्रधानमंत्री आवास याेजना के अंतर्गत चार करोड़ आवास बने। 50 करोड़ लोगों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ दिया जा रहा है।