नोएडा । नोएडा सेक्टर 67-70 के बीच बने यू-टर्न की चर्चा सोशल मीडिया जोरों पर है। ले‎किनि अब यह सियासी टकराव तक पहुंच गई है। नोएडा अथॉरिटी की सीईओ की तरफ से 1 अप्रैल को किए गए इस यू-टर्न  को लेकर ट्वीट का विडियो निकाल पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने सवाल दागे हैं। इसके बाद बीजेपी और सरकार के साथ अथॉरिटी की तरफ से जवाब देने के लिए औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने ट्विटर पर ही पलटवार किया है। नंदी ने पूरे प्रॉजेक्ट की जानकारी भी दी है। दोनों के समर्थक भी अपने-अपने नेता के साथ इस मुद्दे पर मुखर हो गए हैं।
एक्सप्रेसवे, फ्लाईओवर, एलिवेटेड रोड प्रॉजेक्ट वाले शहर में एक यू-टर्न का चर्चा का केंद्र बिंदु बन जाना बड़ा मामला समझा जा रहा है। और पूर्व सीएम का इसे लेकर बीजेपी को घेरने का प्रयास मामले को और ज्यादा तूल दे रहा है।
यह शहर राजनीतिक नजरिए से बेहद महत्वपूर्ण है। इसका कारण बीजेपी पश्चिम से लेकर पूरब तक सपा और बीएसपी को उनकी सरकार के दौरान हुए भ्रष्टाचार पर घेरती रही है। चाहे उस समय के अधिकारियों पर लगे आरोप हों या बिल्डर बायर की समस्या। यही नहीं विधानसभा चुनाव तक अखिलेश की नोएडा से दूरी को बीजेपी अंध विश्वास बताकर घेरती दिखी। वहीं, बीजेपी सरकार को लेकर सपा नोएडा में मुद्दों की तलाश में सजग नजर आ रही है। किसान आंदोलन से लेकर अन्य मौकों पर अखिलेश यादव की सक्रियता है। पिछले दिनों भले ही निजी हों लेकिन अखिलेश ने नोएडा के कई दौरे भी किए हैं।
सीईओ नोएडा अथॉरिटी के ट्विटर हैंडल से 1 अप्रैल की सुबह 10 बजकर 42 मिनट पर सेक्टर-66-70 यूटर्न बनकर वाहनों के खोलने की जानकारी एक विडियो के साथ दी गई। यह भी बताया गया कि 99 लाख 71 हजार रुपये की प्रॉजेक्ट लागत में इस यू-टर्न का निर्माण करवाया गया। इसके बाद बहुत से लोग यह सवाल उठाने लगे कि 1 यू-टर्न की निर्माण पर 1 करोड़ रुपये कैसे खर्च हो गए। इस तरह से सोशल मीडिया पर 1 करोड़ रुपये का यू-टर्न चर्चा में आ गया।