दिव्यांका त्रिपाठी छोटे पर्दे का बेहद ही पॉपुलर चेहरा है। एक्ट्रेस पिछले कई सालों से टीवी इंडस्ट्री जुड़ी हुई हैं और अब तक कई सुपरहिट ड्रामा सीरियल्स का हिस्सा रह चुकी हैं। भोपाल जैसे छोटे शहर से आई दिव्यांका भले ही आज एक लोकप्रिय स्टार हो, लेकिन उन्होंने अपनी जिंदगी में यह मुकाम एक कठिन रास्ते पर चलकर हासिल किया है। यहां तक कि दिव्यांका ने ऐसे भी दिन देखे हैं जब काम न होने पर वह पाई-पाई की मोहताज हो गई थीं। आज 14 दिसंबर को एक्ट्रेस अपना 38वां जन्मदिन मना रही है।

दिव्यांका त्रिपाठी ने मुंबई जैसे महंगे शहर में अपने सर्वाइल के लेकर एक इंटरव्यू में बताया था कि एक ऐसा भी समय था जब उनके पास काम नहीं था और वह आर्थिक तंगी से जूझ रही थीं। एक्ट्रेस ने कहा कि वह एक ऐसा समय था जब खुद को यह याद दिलाते रहना है कि हार नहीं माननी है, यह बुरा वक्त कट जाएगा और बस पैसे कमाने के लिए अलग-अलग तरीके ढूंढने हैं।दिव्यांका त्रिपाठी ने 'बॉलीवुड बबल' को दिए इंटरव्यू में कहा था कि आप जैसे ही एक शो खत्म करते है तो आपका स्ट्रग्ल फिर से शुरू हो जाता है।

एक ऐसा भी वक्त था जब मेरे पास बिल्कुल भी पैसे नहीं थे और मुझे अपनी ईएमआई और बिल जैसी चीजें भरनी थी। इसके बाद एक-एक कर कई जिम्मेदारियां आती चली गई। यह कभी भी अच्छा नहीं होता है, लेकिन आपको अपनी उम्मीदें ऊंची रखनी है और याद दिलाना है कि ऐसा हमेशा नहीं रहने वाला है, इससे निकलने के लिए आपको कोशिश करते रहना है और इसी चीज ने मेरे सर्वाइवल में मदद की है।

दिव्यांका ने कहा, "आर्थिक तंगी से जूझते वक्त मैं बस अपने सर्वाइवल के बारे में सोचती थी। मैं सिर्फ सोचती थी कि मुझे किसी भी तरह का काम चलेगा, 2000 रुपये, 5000 रुपये, कुछ भी मिले। बस महीने के अंत में मेरा राशन आ जाए, मैं कमरे का किराया भर लूं। उस वक्त मेरे पास एक कुत्ता भी था। उसके लिए खाना अरेंज करना, उसका बिल चुकाना...इस तरह मैं रोज कई स्ट्रगल देखती थी।"

पैसे के तंगी से जूझती दिव्यांका ने बताया कि वह पाई-पाई जोड़ने की कोशिश करती थीं। एक-एक रुपया जोड़ने के लिए उन्होंने कई तरकीब निकाली। यहां तक कि वह टूथपेस्ट के खाली डिब्बे इकट्ठा करने लगीं और फिर उन्हें बेचकर उनसे पैसे कमाती थीं। बुरे वक्त में खुद को संभालने की बात करते हुए एक्ट्रेस ने कहा था कि आर्थिक तंगी किसी को भी झेलनी पड़ सकती है, लेकिन आपको हार नहीं माननी है और आपको बस पैसे कमाने के तरीके ढूंढने होंगे। आपको दिमाग से काम लेना होगा।