राजगढ़  ।   कहते हैं प्यार अंधा होता है...। कुछ ऐसी ही कहावत को चरितार्थ करते हुए फ्रांस की ओरियन कुरावर के नितीश के लिए सात समंदर पार करते हुए राजगढ जिले के कुरावर तक आ पहुंची। यहां पहुंचने के बाद न केवल वह दोनों विवाह के बंधन में बंध गए, बल्कि फ्रांस की ओरियन व उनके परिवार ने सनातन धर्म के रीति रिवाज से शादि करते हुए भारतीय परिधानों को धारण कर यहां की संस्कृति को भी खूब सराहा।

कनाडा में हुआ प्रेम, कुरावर में शादी

कुरावर के नितीश अग्रवाल व फ्रांस की ओरियन के बीच में कनाडा में प्रेम हुआ। इसके बाद दोनों ने शादि करने का निश्चिय किया। और उसी निश्चय के आधार पर फ्रांस से ओरियन अपने परिजनों के साथ कुरावर तक आ पहुंची। फिर 30 नवंबर को सीहर के ग्रेसेस रिसोर्ट में दोनों ने हिंदू रीति-रिवाज से शादी कर ली। विवाह समारोह में शामिल होने के लिए ओरियन के माता-पिता, भाई-भाभी, अंकल-टांटी, रिश्तेदार व दोस्तों सहित कुल 25 सदस्य यहां आए थे, जबकि नितीश की और से 300 लोग सीहोर में पहुंचकर शामिल हुए थे। विवाह के बाद गुरूवार को नितीश अपने सपनों की दुल्हनिया को लेकर सीहोर से कुरावर आ पहुंचे। यहां वह 11 दिसंबर तक साथ रहेंगे। 11 को ओरियन फ्रांस के लिए जाएंगी, जबकि 18 को नितीश कनाडा जाएंगे। उधर से ओरियन क्रिसमिस के बाद फ्रांस से कनाडा आएंगी।

मातापूजन से लेकर हुई हल्दी, मेंहदी की रस्में

जानकारी के मुताबिक फ्रांस से आई ओरियन व नितीश की शादी के लिए बकायदा 28 नवंबर को कुरावर में मातापूजन का आयोजन हुआ। इसके बाद 29 नवंबर को सीहोर में दिन के समयसनातन धर्म के रीति रिवाज के तहत हल्दी-मेंहदी के आयोजन हुए। शाम को महिला संगीत के कार्यक्रम हुए। 30 नवंबर को दिन के समय सातफेरों के बंधन में दोनों बंधे व विवाह संपन्ना हुआ। रात को रिसेप्शन का आयोजन किया गया। रात में सीहोर में ही रूकने के बाद 1 नवंबर गुरूवार को नितीश ओरियन को विदा कराकर अपने घर कुरावर लाए। खास बात यह कि विवाह के दौरान ओरियन ने भी भारतीय परिधानों के रूप में साड़ी, लंहगा आदि पहना, जबकि परिवार के पुरुष सदस्यों ने कुर्ता पायजामा व जोधपुरी सूट पहने।

ओरियन दो साल पहले भी आ चुकी थी कुरावर

नितीश ने बताया कि शादि की बात होने के बाद 2019 में मैं ओरियन के साथ उनके परिजनों से मिलने कनाड़ा से ही फ्रांस गया था। वहां सभी को शादी के बारे में बताया था। इसके बाद 2020 में ओरियन को लेकर मैं कुरावर आया था। हमदोनों यहां आए व यहां का माहौल उसने देखा। उनको सब बहुत अच्छा लगा। नितीश के परिवार में मां, छोटा भाई आनंद, आनंद की पत्नी हैं। पिताजी सतीश अग्रवाल कोविड के समय निधन हो गया।

ऐसे हुई थी मुलाकात, बाद में हुआ प्यार

कुरावर के नितीश अग्रवाल 2013 में साफ्टवेयर इंजीनियरिंग की पढाई करने कनाड़ा के मोंड्रियाल शहर गए हुए थे। उधर फ्रांस से ओरियन भी पढ़ाई करने के लिए वहां आई हुई थी। 2014 में दोनों की मुलाकात हुई व सामान्य रूप से मुलाकात होती रही। बाद में दोनों की मुलाकात प्यार में बदल गई। इसके बाद 2019 में नितीश ने ओरियन के सामने शादी का प्रस्ताव रखा, जिसे ओरियन ने स्वीकार कर लिया। इसके बाद ओरियन के परिजनों से बात की तो वह भी तैयार हो गए। बाद में नितीश ने अपने परिजनों से बाद की, वह भी तैयार हो गए। कोविड के कारण दो साल शादी में विलंब हुआ।

यह रहा खास

- ओरियन, माता-पिता, भाई-भाभी, अंकल-आंटी 16 को राजस्थान पहुंचे व पूरा राजस्थान घूमा, 26 को भोपाल पहुंचकर खरीदी की।

- फ्रांस से आए विदेशी महमानों का होटल में किया फूल देकर स्वागत

- खाने में मालवा के प्रसिद्ध दाल-बाफले खिलाए गए।

- सात फेरे के दौरान सात वचन अंग्रेजी में उन्हें बताए गए, ताकि हिंदू रीति-रिवाज जान सके।

- ओरियन के पिता जीन क्लाउड व माता ब्लोतीन ने नितीश के बुजुर्ग रिश्तेदारों से कन्यादान का महत्व पूछा व फिर कन्यादान किया।