7 जून से 11 जून तक भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेला जाएगा। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के कप्तान ने आईपीएल को लेकर एक बड़ा बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि कैसे किसी एक लीग का खिलाड़ियों के कार्यक्रम पर अकेला अधिकार हो सकता है।

सावधान होने की जरूरत-

पैट कमिंस ने आगे कहा कि अतीत की तरह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का अब खिलाड़ियों के समय पर एकाधिकार नहीं है। आईपीएल ने यह एक दशक पहले बदल दिया था और भविष्य में इसमें और अधिक बदलाव होने वाले हैं, जिसके लिए हमें सावधान होने की जरूरत है।

देश के लिए खेलना खास-

कमिंस ने कहा कि वह चाहते हैं कि ऑस्ट्रेलिया के सभी खिलाड़ी राष्ट्रीय ड्यूटी के सब चीजों से बड़ा समझे, लेकिन कैश रिच फ्रेंचाइजी आधारित लीग इसके सामने एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने आगे कहा कि हमें ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलने को खास बनाना होगा। उन्होंने कहा कि हमें इसके बारे में काफी ज्यादा सोचने की जरूरत है।

देश के लिए खेलने पर लेनी होगी इजाजत-

कमिंस ने आगे कहा कि मुझे लगता है कि कुछ साल बाद 12 महीने का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कैलेंडर थोड़ा अलग दिख सकता है। कमिंस का मानना है कि क्रिकेट फुटबॉल की तरह होता जा रहा है और एक समय आएगा जब नेशनल टीमों को देश के लिए खेलने के लिए फ्रेंचाइजी से मंजूरी की जरूरत पड़ेगी। उन्होंने कहा कि मैं उस दिन को नजदीक देख रहा हूं जब खिलाड़ियों को खेलने के लिए फ्रेंचाइजी से इजाजत लेनी होगी।

फुटबॉल मॉडल की तरफ बढ़ रहा क्रिकेट-

उन्होंने कहा कि आपने इसे अन्य खेलों में देखा है। हमें अभी भी विश्व कप और बड़ी सीरीज जीतने के लिए सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों की जरूरत है, लेकिन जाहिर है अतीत की तुलना में अधिक कॉप्टिशन होगा। अब क्रिकेट विश्व फुटबॉल मॉडल की ओर बढ़ रहा है, जहां आप अपने क्लब के लिए खेलते हैं। बाद में आपको क्लब द्वारा नियुक्त किया जाता है और आप देश के लिए खेलने के लिए क्लब से इजाजत लेते हैं।